राजधानी रायपुर में अवैध संबंध के शक में के गार्ड की हत्या

क्षेत्रीय

छत्तीसगढ़ की राजधानी में 3 साल पहले हुई क्रिकेट स्टेडियम( शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम) के गार्ड की हत्या मामले का राज खुल गया है। उसकी हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके ही 3 दोस्तों ने मिलकर की। तीनों ने मिलकर उसे इसलिए मार दिया क्योंकि उन्हें अपनी पत्नी और बहन से गार्ड के अवैध संबंध होने का शक था। इसलिए तीनों ने मिलकर पहले उसे शराब पिलाई। फिर मछली पकड़ने के बहाने तालाब ले गए और बिजली तार से गला घोंटकर हत्या कर दी। बाद में शव को झाड़ियों मे फेंककर फरार हो गए थे। मामला मंदिर हसौद थाना क्षेत्र का है।

परसदा निवासी देवेश जांगड़े 29 सितंबर 2019 को लापता हो गया था। काफी तलाश करने पर भी उसका कुछ पता नहीं चला था। जिसके बाद देवेश के भाई ने इस मामले में शिकायत की थी। उसने बताया था कि मेरा भाई ड्यूटी के लिए निकला था। मगर देर शाम तक उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। इसी आधार पर पुलिस ने गार्ड के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की थी।

तालाब के पास मिली लाश

इधर, पुलिस ने इस केस में जांच शुरू की थी। उधर, अगले ही दिन गांव के तालाब किनारे मेढ़ के पास झाड़ियों में एक शख्स की लाश मिली। जिसकी पहचान देवेश जांगड़े के रूप में हुई थी। इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया था। उसी पीएम रिपोर्ट में देवेश की हत्या गला घोंटकर होने की बात सामने आई थी। तब से पुलिस इस केस में लगातार जांच कर रही थी। मगर पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली थी।

काफी पड़ताल करने पर ये पता चला..

वहीं पुलिस ने इस केस में परिजनों और गांव के लोगों से लगातार अलग-अलग समय पर कई दिनों तक पूछताछ की। तब पुलिस को कुछ समय पहले पता चला कि हत्या वाली दिन देवेश अपने दोस्त अमन जांगड़े, चंद्रशेखर और कमलेश दिखा था। ये पता चलने के बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में ले लिया।

तीनों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने इनसे पूछताछ शुरू की। मगर तीनों पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करते रहे। बार-बार तीनों बयान बदलते रहे। इस पर पुलिस को इन पर और शक हुआ, फिर पुलिस ने इनसे और कड़ाई से पूछताछ की। तब जाकर तीनों ने अपना जुर्म कबूल किया है।तीनों आरोपियों ने बताया कि हमें शक था कि देवेश का चंद्रशेखर की पत्नी से अवैध संबंध है। इसी प्रकार कमलेश को भी शक था कि देवेश का उसकी भी बहन से अवैध संबंध है। इसलिए कमलेश और चंद्रशेखर ने उसकी हत्या का प्लान बनाया और अमन को भी अपने साथ जोड़ लिया। तीनों ने बताया कि देवेश हमारे घर आया करता था। हमारी बातचीत भी काफी अच्छी थी। लेकिन वो ऐसा करेगा हमें भरोसा नहीं था। इसलिए हमने ऐसा किया।

आरोपियों ने बताया कि 29 सितंबर की शाम को हमने उसे अपने पास बुलाया। इसके बाद साथ में शराब पी। शराब पीने क बाद हमने कहा कि चलो अप तालाब में मछली पकड़ेंगे। उस दौरान कमलेश तालाब में पहले से मौजूद था। कमलेश ने वहां पर बिजली तार अपने पास रखी थी। ऐसे में जब चंद्रशेखर और अमन देवेश को वहां लेकर पहुंचे। तब तीनों ने मिलकर पहले तो देवेश से विवाद किया। फिर तार से गला घोंटा। जिससे देवेश की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद शव को झाड़ियों में फेंककर तीनों फरार हो गए थे। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को रविवार को गिरफ्तार किया है।