देश की राजधानी दिल्ली में महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण मामले में आरोपित सांसद बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी को लेकर पहलवानों में आक्रोश है. रविवार को नई संसद के उद्घाटन के दिन विरोध में निकले पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच जमकर टकराव की स्थिति पैदा हुई, जिसके बाद पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में रखा और देर रात छोड़ा. साथ ही विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के खिलाफ मामला दर्ज कर जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करने से पुलिस ने पहलवानों को रोक दिया.
इस बीच विनेश व संगीता फोगाट के गांव बलाली के ग्रामीणों के साथ-साथ परिजनों में भी काफी रोष है. दिल्ली में खिलाड़ियों के साथ हुई घटना के बाद फोगाट परिवार के अलावा ग्रामीण अब बेटियों को न्याय दिलाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. गांव में आजतक की ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान ग्रामीणों का कहना था कि ये फोगाट परिवार की नहीं, बल्कि पूरे देश की बेटियां हैं. हिटलरशाही सरकार को देश की जनता मिलकर झुकाएगी और खिलाड़ियों की जीत होगी.
इस दौरान विनेश की मां दयाकौर व द्रोणाचार्य अवार्डी पिता महाबीर फोगाट ने भी दिल्ली में हुई घटना पर भावुक होते हुए कहा कि बेटियों को मेडल लाने के लिए शेरनी पैदा की हैं, वे अपनी बेटियों की इज्जत को तार-तार नहीं होने देंगे.
गांव की महिलाओं ने कहा कि बेटियां मेडल लाती हैं तो सरकार सराहना करती है, उनके साथ यौन शोषण होता है तो सरकार आंखें बंद करके बेटियों पर अत्याचार करवाती है. हिटलर व श्रीलंका जैसे देश में हालात पैदा हो गए हैं.
‘फोगाट परिवार ही नहीं, पूरे देश की बेटियां हैं’
गांव के मुख्य चौक पर तास खेल रहे ग्रामीणों ने हुक्कड़ा गुड़गुड़ाते कहा, “म्हारी बेटियां फोगाट परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे देश की बेटियां हैं. इनके साथ गलत हुआ और ये सच्चाई की लड़ाई लड़ रही हैं. बेटियों के साथ दिल्ली में जो हुआ, उसका बदला लेंगे और बेटियों को न्याय दिलाएंगे. हिटलरशाही सरकार को देश की जनता के साथ मिलकर झुकाएंगे और खिलाड़ियों की जीत दिलाएंगे.”
‘बहनों की लड़ाई में आगे मिलेंगे’
वहीं अखाड़ा में प्रेक्टिस कर रहे पहलवानों ने कहा कि रेसलरों के साथ यौन शोषण के आरोप लगने पर महिला खिलाड़ियों पर क्या गुजर रही है, सरकार क्या जाने. कुछ महिला जूनियर पहलवान तो ऐसी घटना के बाद से कुश्ती छोड़ गई तो कुछ के परिजनों को दबाव है कि यौन शोषण की घटना से आहत हैं. अगर सिनियर के साथ ऐसा होता है तो जूनियर के साथ क्या होगा. हम रेलसरर्स के साथ न्याय चाहते हैं, बहनों की लड़ाई में आगे मिलेंगे.
‘शेरनी बेटियां पैदा की हैं’
इस दौरान विनेश की मां दयाकौर ने भावुक होते कहा कि शेरनी बेटियां पैदा की हैं, इज्जत तार-तार नहीं होने देंगे. उनकी जीत होगी और दूध की लाज रखेंगी. वहीं द्रोणाचार्य अवार्डी व फोगाट बहनों के पिता महाबीर फौगाट ने कहा कि बेटियां देश की हैं. हिटलरशाही सरकार को देश की जनता सबक सिखाएगी. दिल्ली के जंतर-मंतर से खिलाड़ियों के तंबू उखड़वाने से यह लड़ाई खत्म नहीं होगी, अब देश की जनता दोबारा सड़कों पर आएगी और बृजभूषण को जेल में डलवाकर जीतेंगी. जिस सरकार को घमंड है, वह जनता के समक्ष कुछ नहीं है, खिलाड़ी अब दोबारा धरना करेंगे और उनकी ही जीत होगी.