74 साल कूनो नेशनल पार्क में दिखेगी चीतों की रफ्तार, PM मोदी ने उद्यान में छोड़ा

राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूनो नेशनल पार्क के बाड़े में तीन चीतों को छोड़ दिया है। इसके बाद पीएम ने खुद चीतों की तस्वीरें लीं। नामीबिया से आए आठ चीतों क एक महीने तक में क्वारंटाइन रखा जाएगा। इसके बाद इन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा।

वन विभाग की टीम करेगी पेट्रोलिंग

चीता मित्र गांव-गांव घूमकर लोगों को चीते के बारे में जानकारी दे रहे हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि अगर चीता नेशनल पार्क से बाहर निकल जाता है तो इस स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए। चीता मित्रों के अलावा वन विभाग की टीन पार्क की लगातार पेट्रोलिंग करेगी।

सीएम शिवराज ने किया पीएम मोदी का स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान जब ग्वालियर एयरपोर्ट पहुंचे तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल ने एयरपोर्ट पर उका स्वागत किया।

सुरक्षा के खास इंतजाम

कूनो नेशनल पार्क में मौजूद पेड़-पौधे, घने जंगल और नेचुरल घास को चीतों के लिए काफी मुफीद माना जा रहा है। चीतों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इनके लिए आसपास के गांवों के 250 लोगों को चीता मित्र बनाया गया है।

एक मिनट में शिकार का करता है काम तमाम

चीता एक मिनट में अपने शिकार का काम तमाम कर देता है। अपनी टॉप स्पीड में यह 23 फीट लंबी छलांग लगाता है। तेंदुओं की तुलना में चीता सबसे ज्यादा शक्तिशाली और फुर्तीला होता है।

कोरिया रिसासत के महाराज ने किया था आखिरी चीते का शिकार

1947 में छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में आखिरी चीते को मार दिया गया था। महाराजा रामानुज प्रताप ने गांव वालों की गुहार पर तीन चीतों को मार दिया था। इसके बाद भारत में चीतों को नहीं देखा गया। जानकारी के अनुसार महाराज रामानुज प्रताप सिंहदेव शिकार के बेहद शौकीन थे।

प्रधानमंत्री कूनो नेशनल पार्क पहुंचे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क पहुंच गए हैं। थोड़ी देर में पीएम इन्हें विशेष बाड़े में लीवर खींचकर छोड़ेंगे।

कूनो नेशनल पार्क पहुंचे चीते

ग्वालियर एयरपोर्च से सेना के चिनूक हेलिकॉप्टर से रवाना हुए आठ चीते श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क पहुंचे गए हैं। पीएम मोदी भी ग्वालियर पहुंच गए हैं। वे थोड़ी देर में इन्हें विशेष बाड़े में छोड़ेंगे।

चीतों के शिकार की स्पेशल व्यवस्था

वन विभाग ने चीतों के शिकार की स्पेशल व्यवस्था की है। इनके बाड़े में चीतल हिरण, चार सींग वाला मृग, सांभर और नीलगाय के बच्चे को छोड़ा गया है। वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘चीता दो से तीन दिन में एक बार खाता है। इसलिए कुनो पहुंचने के बाद वे शनिवार या रविवार को शिकार कर सकते हैं।’