लुक की वजह से चर्चा में रहती है महिला, ऑफिस में भेदभाव का शिकार हुई महिला

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39 साल की महिला क्रिस्टीना डेनवर ने दावा किया कि उसे अपने लुक के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ा. यहां तक कि ऑफिस में प्रमोशन के लिए भी क्रिस्टीना के साथ सौतेला व्यवहार हुआ. क्रिस्टीना के मुताबिक, प्रमोशन हासिल करने के लिए उससे ‘हेयर कट कराने और अच्छा ब्लाउज’ पहनकर आने के लिए कहा गया.

जर्मनी की रहने वाली क्रिस्टीना को अपने शरीर पर टैटू बनवाना और बॉडी मॉडिफिकेशन बेहद पसंद है. उन्होंने अपनी बॉडी पर दर्जनों टैटू बनवाए हैं. वो कहती हैं कि अपने लुक के चलते उन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ा.

द मिरर के मुताबिक, क्रिस्टीना को ऑफिस में प्रमोशन के लिए हेयर कट और अच्छे से ड्रेसअप होकर आने के लिए कहा गया. इस भेदभाव से तंग आकर क्रिस्टीना ने उसी कंपनी के अलग डिपार्टमेंट में जॉब हासिल कर ली. और अपने पुराने से बॉस के ऊपर के पोस्ट पर काम करने लगीं.

क्रिस्टीना का कहना है कि 9 साल की उम्र से ही उन्हें हमेशा टैटू और बॉडी मॉडिफिकेशन में दिलचस्पी रही है. पहला टैटू उन्होंने कलाई पर बनवाया था लेकिन अब उनका शरीर टैटू से ढक गया है. उन्होंने अपनी बॉडी पर 24 लाख रुपये खर्च किए हैं.

क्रिस्टीना कहती हैं- ‘मुझे लगता है कि मेरे टैटू मुझे सूट करते हैं और यह मेरी सुंदरता की परिभाषा है. जब मैं आईने में देखती हूं तो मुझे टैटू और पियर्सिंग नहीं दिखाई देते हैं, मैं बस खुद को देखती हूं और खुद को आत्मविश्वास से भरी पाती हूं.’

वह आगे कहती हैं कि उनके पति उनके रूप-रंग का पूरा समर्थन करते हैं. क्रिस्टीना ने कहा- ‘मेरे पति मुझे वैसे ही प्यार करते हैं जैसे मैं.’ हालांकि, उन्हें मेरी नौकरी और करियर के बारे में चिंता होती है.

अपने बोल्ड लुक के कारण वो लोगों का ध्यान जरूर आकर्षित करती हैं, लेकिन हर बार यह सकारात्मक नहीं होता. क्रिस्टीना के अनुसार, उन्हें भेदभाव और आलोचना झेलनी पड़ती है. क्योंकि जर्मनी में इस पैमाने पर बॉडी पर टैटू बनवाना बहुत ही असामान्य और दुर्लभ है.

क्रिस्टीना के कान, बाल और टैटू से ढकी बॉडी उन्हें दूसरे लोगों से अलग दिखाती है. वो कहती हैं कि मेरे लुक की आलोचना करने वाले एक बॉस को छोड़कर, मुझे हमेशा मेरे सभी सिनीयर्स का समर्थन मिला है और मुझे अपने तरीके से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. उनका कहना है कि वो पूर्वाग्रहों को तोड़ना चाहती हैं.