जीवन में खुश रहने के लिए जरूरी है कि अपने आप को पॉजिटिविट रखें. कई बार न चाहते हुए भी हमें निगेटिव विचार घेर लेते हैं. जैसे ही आपके मन में निगेटिव विचार आने लगते हैं, तो खुशियां गायब होने लगती हैं. आपके निगेटिव विचारों के लिए कई बार दूसरे लोग जिम्मेदार हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर ऐसा होता है कि जाने-अनजाने हम खुद को ही ऐसी आदतों से घेरे रहते हैं जो हमें निगेटिविटी की ओर ले जाती हैं. आइए जानते हैं कौन सी हैं वो आदतें जो आपकी खुशियों को कम कर रही हैं.
गलत संगत को छोड़ें: आपके जीवन पर इस चीज का बहुत असर पड़ता है कि आप किसके साथ उठ-बैठ रहे हैं. इसलिए खुद को निगेटिविटी से दूर रखने के लिए जरूरी है कि आप खुद को गलत संगत से दूर रखें. ऐसे लोगों के साथ समय न बिताएं जो अक्सर दूसरों की चुगलियां करते हों या बात-बात पर आपकी गलतियां खोजते रहते हैं. जब आप किसी के साथ मिलकर चुगलियां करते हैं, तो आपका दिमाग निगेटिव विचारों से भरने लगता है. इसलिए खुश रहने के लिए गलत संगत छोड़ दें.
बात-बात पर शिकायत करना बंद कर दें: अगर आपको हर छोटी-छोटी चीजों में कमी नजर आती है और आप बात-बात पर शिकायत करते हैं तो हो सकता है कि आप अपने आप ही अपनी खुशियों को दूर कर रहे हैं. स्ट्रेस खत्म करने का सबसे आसान तरीका लगता है कि उस बारे में शिकायत कर लें, आसपास के लोगों के साथ उस बारे में बात कर लें, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि इस तरीके से थोड़ी देर तो स्ट्रेस खत्म होगा. बाद में, आप फिर से उसी बात को लेकर परेशान रहेंगे. अपनी शिकायत करनी वाली अप्रोच को बदलने की जरूरत है. अगर आपको कहीं समस्या नजर आ रही है तो उसकी शिकायत करने की जगह उस समस्या का समाधान खोजें. समस्या सुलझने के बाद खुद ब खुद स्ट्रेस फ्री और खुश रहेंगे. जितना समय आप शिकायत करने और बार-बार उस बारे में बात करने में बर्बाद करेंगे, उतने वक्त में आप समस्या का समाधान ढूंढ सकते हैं.
दूसरों से न करें खुद की तुलना: दूसरों से खुद की तुलना आपको जरूरत से ज्यादा परेशान कर सकती है. अगर आप हर वक्त खुद की दूसरों से तुलना करते रहेंगे, तो शायद ही कभी जीवन में खुश रह पाएंगे. सोशल मीडिया के जमाने में हम दूसरों के पोस्ट देखकर अक्सर ये धारणा बना लेते हैं कि सामने वाला व्यक्ति कितना खुश और हम कितने दुखी है. ये विचार आपको और परेशान करते हैं. आपको ये समझने की जरूरत है कि लोग जो सोशल मीडिया पर दिखा रहे हैं, जरूरी नहीं उनका जीवन उतना ही खुशहाल हो. बात-बात पर खुद से दूसरों की तुलना आपको जरूरत से ज्यादा स्ट्रेस दे सकती है और आपकी खुशियां गायब हो सकती हैं.
पास्ट में रहकर खुद को परेशान न करें: सबसे ज्यादा हम अपनी खुशियों को नुकसान तब पहुंचाते हैं जब हम खुद को पास्ट की बातों में उलझा कर वर्तमान की चीजों पर ध्यान नहीं देते. खुश रहने के लिए सबसे जरूरी है कि आप खुद को वर्तमान में रखें. भूत या भविष्य की चिंता को लेकर खुद का वर्तमान न खराब करें.