शहीद बेटे को श्रद्धांजलि देने पहुंचे पिता के लिए सबसे मुश्किल रहे ये दस कदम

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कश्मीर घाटी में कोकोरेनाग इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक बटालियन के कमांडिंग कर्नल, मेजर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक डीएसपी शहीद हो गए, जबकि एक जवान शहीद हो गया. जम्मू-कश्मीर पुलिस के जांबाज डीएसपी हुमायूं भट्ट बडगाम के हुमहामा में रहते थे. उनका पार्थिव शरीर जब घर पहुंचा तो जनाजे में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. आधी रात को दुआओं के लिए हजारों हाथ उठे और फातिहा पढ़ा गया. डीएसपी का पार्थिव शरीर जिस वक्त बडगाम में उनके घर लाया गया तो माहौल गमगीन था.

जांबाज लाड़ला अचानक इस तरह रुखसत हो जाएगा, परिजनों का इसका अहसास नहीं था. डीएसपी का पार्थिव शरीर देख घर की महिलाएं बिलख उठीं, उनके आंसू संभल नहीं रहे थे. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बुधवार की शाम श्रीनगर में पुलिस लाइन में पूरे सम्मान के साथ डीएसपी को अंतिम विदाई दी गई.

इस दौरान पूर्व आईजी और डीएसपी हुमायूं भट्ट के पिता गुलाम हसन भट्ट शहीद बेटे के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे. बुजुर्ग पिता ने गमगीन माहौल के बीच अपने कंपकंपाते हाथों और नम आंखों के साथ अपने बेटे शहीद डीएसपी हुमायूं भट्ट को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने लड़खड़ाते कदमों से बेटे के जनाजे को कंधा दिया.

एक बुजुर्ग पिता ने जब अपने जवान अफसर बेटे के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी तो सबकी आंखें भर आईं. इस दृश्य ने सबको झकझोर कर रख दिया. इसके बाद डीएसपी हुमायूं भट्ट के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर ले जाया गया, जहां शहीद बेटे को देख चीख पुकार मच गई. बडगाम में डीएसपी हुमायूं के पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया.

परिवार में दो महीने की बेटी, पत्नी प्रोफेसर और पिता रिटायर्ड आईजी

शहीद डीएसपी हुमायूं भट्ट की फैमिली में उनकी पत्नी और दो महीने की बेटी है. उनकी शादी बीते साल हुई थी. उनके पिता गुलाम हसन भट्ट पूर्व DIG हैं. वह मूलतः पुलवामा जिले के रहने वाले हैं. अब ये परिवार बड़गाम के हुमहामा इलाके में एक कॉलोनी में रहता है. हुमायूं भट्ट बीते तीन साल से जम्मू कश्मीर पुलिस में बतौर डीएसपी कार्यरत थे. उनके पिता रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर हैं. हुमायूं की पत्नी प्रोफेसर हैं.

बता दें कि बुधवार सुबह अनंतनाग जिले के गारोल इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हो गई, जिसमें 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह मौके पर ही शहीद हो गए. वहीं मेजर आशीष धोनैक और डीएसपी हुमायूं भट्ट गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद घायल अफसरों को इलाज के लिए ले जाया गया, जहां उन्हें नहीं बचाया जा सका.

पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जताया शोक

शहादत की खबर को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शोक जताया है. उन्होंने कहा कि ‘जम्मू-कश्मीर से दुखद खबर, सेना के एक कर्नल, एक मेजर और एक डीएसपी दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग इलाके में एक मुठभेड़ में शहीद हो गए. डीवाईएसपी हुमायूं भट्ट, मेजर आशीष धोनैक और कर्नल मनप्रीत सिंह आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए. उनकी आत्मा को शांति मिले और इस मुश्किल वक्त उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति मिले.’

वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हिंसा के ऐसे कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है. पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी ने भी शोक व्यक्त किया. भाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर ने शहीद अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी.