मगरमच्छ के हमले से ऊंट ने खुद को ऐसे बचाया, देखें रोमांचक वीडियो

राष्ट्रीय

राजस्थान के कोटा से एक वीडियो वायरल हुआ है, जहां रेगिस्तान का जहाज यानी ऊंट और पानी का बेताज बादशाह मगरमच्छ का आमना-सामना हुआ है. दरअसल 10 फीट लंबी मादा मगरमच्छ नदी किनारे शिकार की तलाश में बाहर आई थी. जहां उसे ऊंट हरी पत्तियां खाता हुआ दिखाई दिया. फिर मगरमच्छ ने ऊंट का शिकार करने के लिए कुछ देर इंतजार किया और मौका मिलते ही उसका पैर पर झपट पड़ा. लेकिन मगरमच्छ की यह कोशिश बेकार गई और ऊंट अपने अन्य साथी के साथ वहां से भाग खड़ा हुआ. यह घटना कोटा के चंद्रलोई नदी की है और इस दुर्लभ नजारे को वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर आदिल सैफ ने अपने कैमरे में कैद किया.

वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर आदिल सैफ ने बताया बुधवार दोपहर 3 बजे करीब हनुमतखेड़ा स्थित चंद्रलोई नदी पर गए थे. नदी के किनारे बैठकर वह फोटोग्राफी कर रहे थे. इसी दौरान नदी के दूसरे छोर करीब 30 फीट की दूरी पर भारी भरकम मादा मगरमच्छ पानी से बाहर निकली. उसी दौरान नदी किनारे दो ऊंट पेड़ की पत्तियां खा रहे थे. उन्हें मगरमच्छ के आसपास होने का अहसास नहीं हुआ. मौकै देखकर मगरमच्छ ने ऊंट पर हमला कर दिया. जैसे ही मगरमच्छ के दांत ऊंट के पैर पर लगे वह उछल पड़ा और घबराकर वहां से भाग निकला.

मगरमच्छ के दांत पैर पर लगते ही ऊंट उछल पड़ा

आदिल ने बताया कि नदी किनारे मादा मगरमच्छ ने अंडे दे रखे हैं. रेत में गड्ढा कर वह अपना घोंसला बनाती है. मादा मगरमच्छ गर्मियों के मौसम में एक बार में 46 अंडे देती है. अंडे से निकलने वाले बच्चों का लिंग टेंपरेचर पर निर्भर करता है. मगरमच्छ एक साल तक बच्चे की रक्षा करते हैं. बच्चे कीड़े और छोटी मछली को खाते हैं. साथ ही पक्षी, स्तनधारी जीवों का शिकार करते हैं.

ऊंट ने मगरमच्छ के हमले से खुद को बचाया

जब ऊंट नदी किनारे पेड़ की डाली खा रहा था. संभवत: मगरमच्छ को लगा कि ऊंट उसके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए मादा मगरमच्छ नदी से निकलकर बाहर आई. उसने बाहर आकर थोड़ी देर इंतजार किया. जैसे ही ऊंट ने मूवमेंट किया. उसी समय मगरमच्छ ने ऊंट पर अटैक कर दिया.