पेंड्रा में बाघिन ने किया गाय का शिकार.. MP के पेंच टाइगर रिजर्व से छत्तीसगढ़ पहुंची

क्षेत्रीय

मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित मरवाही वनमंडल के गौरेला रेंज में बुधवार की रात बाघिन ने गाय का शिकार किया है रात में शिकार करने की घटना को लोगों ने मोबाइल में कैद किया है। गौरेला इलाके में बाघिन की मूवमेंट और मवेशियों की शिकार की घटनाओं से लोग दहशत में हैं। घरों से निकलने के लिए घबरा रहे हैं। पेंच टाइगर रिजर्व से दिसंबर में निकली टी-200 नाम की यह बाघिन पिछले कई दिनों से ज्वालेश्वर मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में घूम रही है। कभी सड़कों पर, कभी ग्रामीणों के घरों में और बाउंड्री वॉल पर चढ़कर घूमती देखी गई है। बताया जा रहा है कि कई बार वाहनों के सामने अचानक बाघिन के आ जाने से हादसे का खतरा भी बना हुआ है। मध्य प्रदेश के अमरकंटक रेंज की टीम और पुलिस ही बाघिन पर नजर रख रही है। मरवाही वन मंडल से मात्र दो बीट गार्ड तैनात किए गए हैं।

DFO का कहना है कि वे खुद बाघिन की गतिविधियों की जानकारी ले रहे हैं। वन विभाग ने ग्रामीणों को भी सतर्क किया है कि जंगल न जाएं। रात के वक्त अकेले न निकलें। वहीं छत्तीसगढ़ के मरवाही वनमंडल के दो बीट गार्ड को ही बाघिन के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया है। वहीं मरवाही विधायक ने DFO रौनक गोयल से चर्चा कर लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में रोजाना सैकड़ों की संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं। ज्वालेश्वर और अमरेश्वर मंदिर के मार्ग पर स्थानीय लोगों का आवागमन भी लगातार बना रहता है। विधायक ने कहा कि लोगों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि किसी को नुकसान न पहुंचे। साथ लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।