बरसात के मौसम में थोक मंडियों में आवक कम होने से यूं तो हर वर्ष ही सब्जियां महंगी हो जाती हैं। मगर, इस बार टमाटर के दाम जिस तरह आसमान पर पहुंचे हैं, उससे आम आदमी की थाली से टमाटर लगभग गायब हो गया है। विगत दिनों जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद टमाटर के बढ़ते दाम पर कुछ अंकुश लगा था।
मगर, प्रशासन के नजर फेरते ही फिर से टमाटर के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। ऋषिकेश में एक बार फिर टमाटर के दाम 240 रुपये तक जा पहुंचे हैं। पिछले करीब एक माह से टमाटर के दाम आम आदमी की पहुंच से बाहर हैं।
फुटकर मंडी में दाम हैं अलग
फुटकर मंडी में टमाटर के दाम अस्सी रुपये प्रति किलो से बढ़कर 180 और 200 रुपये प्रति किलो तक पहुंचे तो कृषि विभाग और जिला प्रशासन ने आम आदमी की सुध ली। तब कृषि उत्पादन मंडल समिति ऋषिकेश ने मंडी में ही दो काउंटर लगाकर 50 से 80 रुपये प्रति किलो के हिसाब से टमाटर की बिक्री कर आम आदमी को राहत देने की कोशिश की।
टमाटर 200 से 240 रुपये प्रति किलो बिक रहा टमाटर
वहीं जिला प्रशासन के आदेश के बाद उप जिलाधिकारी, पूति निरीक्षक तथा तहसीलदार की टीम ने टमाटर के मूल्यों को नियंत्रित करने के लिए छापेमारी की। जिसके बाद ऋषिकेश व आसपास क्षेत्र में टमाटर के बढ़ते दामों पर कुछ अंकुश लगा था। मगर, हाल के दिनों में एक बार फिर टमाटर के मूल्य में लगातार वृद्धि हुई है। स्थिति यह है कि सोमवार व मंगलवार को ऋषिकेश के फुटकर बाजार में टमाटर 200 से 240 रुपये प्रति किलो की दर पर बिक्री हुए।
थोक मंडी तक नहीं पहुंच पा रहा टमाटर
दरअसल बरसात के मौसम में तमाम जगह सड़कें खराब होने के कारण थोक मंडी तक ही टमाटर नहीं पहुंच पा रहे हैं। हिमाचल से आने वाले टमाटर की आवक इस बार सबसे अधिक प्रभावित हुई है। जिस वजह से थोक मंडी में ही पर्याप्त मात्रा में टमाटर नहीं पहुंच पा रहा है।