कई एक्सप्रेस ट्रेनें पैसेंजर बनकर चल रही हैं। दिल्ली, मुंबई, बिहार, अमृतसर और हावड़ा से रायपुर आने वाली ट्रेनें 15 से 26 घंटे की देरी से चल रही हैं। इसके कारण भीषण गर्मी में यात्रा कर रहे बच्चे, महिलाएं और बुजुर्गों की परेशानी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। पुणे से हावड़ा जाने वाली आजाद हिंद 27 घंटे और मालदा टाउन सूरत 30 घण्टे देरी से सोमवार को बिलासपुर पहुंची। इसके साथ ही एक दर्जन ट्रेने अपने निर्धारित समय से 2 से 6 घण्टे विलंब से बिलासपुर पहुँची। दो महीने पहले कुछ समय के लिए लेटलतीफी कम हुईं थीं मगर बीते महिने से ट्रेनों की चाल फिर बिगड़ गयी है। सबसे बदतर हालत आजाद हिन्द एक्सप्रेस में सफ़र करने वालों की है। आलम यह है की रविवार सुबह आने वाली आजद हिन्द एक्सप्रेस अगले सोमवार की दोपहर पहुंची। दरअसल जिन यात्रियों का सोमवार को इस ट्रेन में रिजर्वेशन था, वह भी जोनल स्टेशन पहुंच थे। इसके अलावा रविवार को यात्रा करने वाले यात्री भी यहां मौजूद थे रेल प्रशासन को इसका आभास हो गया था लिहाजा यात्रियों के बीच भ्रम की स्थिति निर्मित ना हो इसलिए उन्होंने उद्घोषणा के माध्यम से सूचना दी कि अभी जो आजाद हिंद एक्सप्रेस पहुंची है वह रविवार की ट्रेन है
