चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र की DGP का ट्रांसफर किया, विपक्ष की शिकायत पर एक्शन..

राष्ट्रीय

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग से पहले चुनाव आयोग ने DGP रश्मि शुक्ला का ट्रांसफर कर दिया है। चुनाव आयोग ने कल सोमवार सुबह चीफ सेक्रेटरी को रश्मि के ट्रांसफर के निर्देश देते हुए कहा कि कैडर में अगले सबसे सीनियर IPS अधिकारी को उनका प्रभार सौंपा जाएगा। साथ ही आयोग ने चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिए कि महाराष्ट्र के नए DGP की नियुक्ति के लिए कल (5 नवंबर) दोपहर 1 बजे तक तीन IPS अधिकारियों का पैनल भेजें। रश्मि शुक्ला के खिलाफ महाराष्ट्र के विपक्षी गठबंधन ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। कांग्रेस ने कहा था कि रश्मि चुनाव को निष्पक्ष तरीके से नहीं होने दे रही हैं। रश्मि के ट्रांसफर को लेकर शरद पवार ने कहा है कि चुनाव आयोग ने सही फैसला किया है। हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। 1988 बैच की IPS ऑफिसर रश्मि शुक्ला के नाम महाराष्ट्र की पहली महिला DGP बनने का भी रिकॉर्ड है। रश्मि सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक और महाराष्ट्र इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट की प्रमुख भी रह चुकी हैं। DGP रश्मि शुक्ला पर बहुत गंभीर आरोप हैं। रश्मि भाजपा के लिए काम करती हैं। 2019 में जब हमारी सरकार थी, तब ये हमारे सारे फोन टैप करवा रही थीं। हमारी पूरी जानकारी फडणवीस को दी जाती थी। क्या हम उनसे निष्पक्ष चुनाव करवाने की उम्मीद कर सकते हैं? चुनाव की बागडोर उन्हें नहीं दी जानी चाहिए। ​

पिछले कुछ दिनों में विपक्षी दलों के खिलाफ राजनीतिक हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था भी खराब हुई है। DGP कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और NCP (SP) के खिलाफ भेदभाव करती हैं। राज्य खुफिया विभाग के आयुक्त के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने फोन टैपिंग कराई थी।