कनाडा के मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता ने भारत के साथ कनाडा के बिगड़ते संबंधों पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की कटु आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि ट्रूडो को ‘भारत में हंसी का पात्र’ माना जाता है. पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे ने कहा है कि अगर वो सत्ता में आएंगे तो वादा है, भारत के साथ अच्छे संबंध बहाल होंगे.
पोइलिवरे कनाडा की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी का नेतृत्व करते हैं. हाल ही में हुए जनमत संग्रह में उन्हें प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी पर बड़ी बढ़त मिली थी. हालांकि कनाडा में 2025 तक कोई चुनाव होने की उम्मीद नहीं है.
पोइलिवरे ने नेपाल के मीडिया आउटलेट नमस्ते रेडियो टोरंटो को एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने भारत के साथ संबंधों को बहाल करने का वादा किया है.
‘देश के साथ-साथ विदेशों में भी खराब किए रिश्ते’
जब उनसे कनाडाई राजनयिकों को भारत छोड़ने के लिए कहे जाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, ‘यह इस बात का एक और उदाहरण है कि जस्टिन ट्रूडो आठ साल के लंबे समय के बाद भी किसी काम के नहीं है. उन्होंने देश में भी कनाडाई लोगों को एक-दूसरे के खिलाफ कर दिया है और उन्होंने विदेशों में भी हमारे रिश्तों को खराब किया है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘वह इतने अक्षम और गैर-पेशेवर हैं कि अब हम दुनिया की हर प्रमुख शक्ति के साथ बड़े विवादों में फंस गए हैं, और इसमें भारत भी शामिल है.’
‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के साथ रिश्ते…’
कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो ने पिछले महीने भारत पर आरोप लगाया था कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारत की संलिप्तता है. इस आरोप के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है और रिश्ते अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गए हैं.
कनाडा भारत से कह रहा है कि वो निज्जर हत्याकांड को लेकर चल रही जांच में सहयोग करे लेकिन भारत ने कनाडा के लगाए आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया है.
तनाव के बीच भारत ने कनाडा से भारत में अपनी राजनयिक उपस्थिति कम करने को कहा था. जिसे लेकर पिछले हफ्ते कनाडा ने भारत से अपने 41 राजनयिक वापस बुला लिए. भारत ने कनाडाई लोगों के लिए वीजा सेवाएं भी अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं. कनाडा ने निज्जर हत्याकांड में भारत की संलिप्तता को लेकर अब तक कोई सबूत नहीं दिया है.
इस तनाव को लेकर ट्रूडो की आलोचना करते हुए पोइलिवरे ने कहा कि कनाडा को ‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र’ भारत के साथ पेशेवर रिश्ते की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘भारत पृथ्वी पर सबसे बड़ा लोकतंत्र है. हमारे बीच असहमति होना और एक-दूसरे को जवाबदेह ठहराना ठीक है, लेकिन हमें पेशेवर संबंध रखना होगा और जब मैं इस देश का प्रधानमंत्री बनूंगा तो मैं इसे बहाल करूंगा.’
41 राजनयिकों को भारत से निकालने पर कनाडा की प्रतिक्रिया
भारत ने महीने की शुरुआत में कहा था कि भारत में कनाडा के राजनयिकों की उपस्थिति ज्यादा है जिसे कम करने की जरूरत है. भारत ने कहा था कि कनाडा के राजनयिक भारत के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करते हैं. इसके बाद पिछले हफ्ते कनाडा ने अपने 41 राजनयिकों को भारत से वापस बुला लिया. गुरुवार को कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी.
कनाडा के एक न्यूज वेबसाइट ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि भारत और कनाडा के बीच जारी राजनयिक विवाद अब और बढ़ने की आशंका नहीं है क्योंकि कनाडाई विदेश मंत्री जोली ने कहा है कि उनका देश भारत के इस एक्शन पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देगा.