अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जांच एजेंसी ‘फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन’ (FBI) के अगले डायरेक्टर के लिए भारतवंशी कश्यप काश पटेल के नाम की घोषणा की है। ट्रम्प ने इसकी घोषणा शनिवार को उनके सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए की। इस पोस्ट में ट्रम्प ने काश पटेल के पिछले कामों की तारीफ भी की। इससे पहले काश पटेल ट्रम्प के पहले कार्यकाल के दौरान रक्षा मंत्रालय में चीफ ऑफ स्टाफ, नेशनल इंटेलिजेंस में डिप्टी डायरेक्टर और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में आतंकवाद विरोधी कार्यक्रमों के सीनियर डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं। ट्रम्प ने कहा कि मुझे गर्व है कि कश्यप काश पटेल FBI के अगले डायरेक्टर के तौर पर काम करेंगे। काश एक शानदार वकील, इन्वेस्टीगेटर हैं। काश पटेल की तारीफ करते हुए ट्रम्प ने उन्हें ‘अमेरिका फर्स्ट’ वाला फाइटर बताया। ट्रम्प ने कहा कि काश पटेल ने अपना करियर भष्ट्राचार को उजागर करते, न्याय और अमेरिकी लोगों की रक्षा करते हुए बिताया है। ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका में बढ़ते क्राइम रेट, क्रिमिनल गैंग और बॉर्डर पर होने वाली मानव और ड्रग तस्करी जैसे अपराधों से निपटने के लिए काश पटेल को ये जिम्मेदारी दी गई है। काश पटेल भारतीय प्रवासी के बेटे हैं। उनका जन्म एक गुजराती परिवार में हुआ था। 1988 में पटेल के पिता को अमेरिका की नागरिकता मिलने के बाद एक एरोप्लेन कंपनी में नौकरी मिली।
2004 में कानून की डिग्री हासिल करने के बाद जब पटेल को किसी बड़े लॉ फर्म में नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने एक सरकारी वकील के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। हालांकि ड्रीम जॉब के लिए उन्हें 9 साल तक इंतजार करना पड़ा। काश पटेल 2013 में वॉशिंगटन में न्याय विभाग में शामिल हुए। यहां तीन साल बाद 2016 में पटेल को खुफिया मामले से जुड़ी एक स्थायी समिति में कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया गया। इस विभाग के चीफ डेविड नून्स थे, जो ट्रम्प के कट्टर सहयोगी थे।