पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रैली में फायरिंग करने वाले संदिग्ध आरोपी को सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर्स ने मौके पर ही मार गिराया था। उसकी पहचान 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रूक्स के तौर पर हुई है। थॉमस ने इस हमले को अंजाम क्यों दिया इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों को कोई जवाब नहीं मिला है। बेथेल पार्क हाईस्कूल के उसके पुराने स्कूलमेट्स से उसके बारे में कई बातें पता चली हैं। थॉमस 2022 में इस स्कूल से ग्रेजुएट हुआ था। उसे नेशनल मैथ एंड साइंस इनिशिएटिव से 40 हजार का ‘स्टार अवार्ड’ मिला था। स्कूल के पुराने साथियों ने उसे शांत और अलग-थलग रहने वाला शख्स बताया है। यह भी कहा है कि उसे स्कूल में बुली किया जाता था। पुराने स्कूलमेट्स के मुताबिक क्रूक्स एक शांत स्टूडेंट था, जो अक्सर अकेला नजर आता था। उसे कभी ट्रम्प या पॉलिटिक्स के बारे में चर्चा करते हुए नहीं देखा गया। उसी स्कूल से पासआउट जेसन कोहलर ने बताया कि थॉमस को अक्सर चिढ़ाया जाता था। वह शांत रहता था, लेकिन लोग उसे बहुत परेशान किया करते थे। वह कई बार शिकार के दौरान पहनने वाले कपड़े पहन आता था, जिसके चलते दूसरे बच्चे उसके पहनावे का मजाक उड़ाते थे। क्रूक्स का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह कह रहा है- मैं रिपब्लिकन से नफरत करता हूं। मैं ट्रम्प से नफरत करता हूं। नफरत… नफरत… क्योंकि वे गलत व्यक्ति हैं। FBI ने कहा है कि हम थॉमस के मोबाइल फोन को खंगालने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उसके प्लान का पता चल सके। हालांकि, एजेंसी ने कहा है कि थॉमस FBI की जांच के दायरे में नहीं था और उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है। उसकी ऑनलाइन हिस्ट्री में भी कुछ संदेहास्पद नहीं मिला है। वह ऑनलाइन शतरंज और वीडियो गेम खेलता था और कोडिंग सीखता था। FBI के स्पेशल एजेंट केविन रोजेक के मुताबिक क्रूक्स ने जिस AR-स्टाइल राइफल से ट्रम्प पर गोली चलाई थी, उसके पिता ने उसे वैध तरीके से खरीदा था। हालांकि, अब तक यह साफ नहीं हुआ है कि शूटर को राइफल कैसे मिली।
