छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में नदी के बहाव में बह रही बच्ची को एक साहसी लड़के ने बचा लिया है। घटना थान खम्हरिया थाना इलाके की है। यहां पास के गांव चुहका के डोटू नाले में नहाने के लिए दो बच्चियां गईं। ये दोनों नहाने के दौरान तेज धार में बहने लगीं। पास के ही गौठान में काम कर रहे 15 साल के सीताराम यादव ने ये देखा, तो तुरंत तेज धार में कूद गया। उसने एक बच्ची की जान बचा ली। हालांकि दूसरी लड़की की जान नहीं बच सकी।
दोनों सहेलियां कुमारी ज्योति पटेल (13 वर्ष) और रागिनी यादव (11 वर्ष) डोटू नाले में नहाने गई थी। लेकिन उन्हें पानी की धार का अंदाजा नहीं था और वे बहने लगीं। सीताराम यादव ने ये देखकर तुरंत नाले में छलांग लगा दी। उसने रागिनी को बाल पकड़कर बाहर निकाल लिया, लेकिन ढूंढने के बाद भी उसे ज्योति नहीं मिली। बाद में खेत में काम कर रहे लोगों ने ज्योति को ढूंढा, तो वो उसे थोड़ी दूर पानी में मिली। उन्होंने उसे निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साजा भेजा, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। फिलहाल रागिनी का इलाज चल रहा है और उसकी हालत खतरे से बाहर है।
साहसी लड़के सीताराम के पिता कमल यादव अपने बेटे की सूझबूझ और बहादुरी से काफी खुश नजर आ रहे हैं। वहीं गांववालों ने भी कहा कि जिस तरह से लड़के ने अपनी जान जोखिम में डालकर एक बच्ची की जान जाने से बचा ली, वो प्रशंसनीय है। उन्होंने बच्चे को शासन की ओर से पुरस्कृत करने की मांग की है।
थान खम्हरिया ब्लॉक कांग्रेस कमेटी आज साहसी बालक को उसके गांव जाकर सम्मानित करेगी। थान खम्हरिया ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता फिरोज खान ने कहा कि राज्य सरकार से बहादुरी पुरस्कार के लिए अनुमोदन करने के लिए भी पत्र लिखा जाएगा। वहीं साजा जनपद पंचायत के अध्यक्ष दिनेश वर्मा ने कहा कि साहसी बालक सीताराम यादव को उनकी ओर से सोमवार को सम्मानित किया जाएगा।