छत्तीसगढ़ में मंगलवार को कोरोना का एक भी मरीज नहीं था। ऐसा पूरे दो साल 9 महीने और दो दिन बाद हुआ था। लेकिन यह राहत एक दिन भी कायम नहीं रह पाई। बुधवार को रायपुर में दो नए मरीजों की पुष्टि हुई है। चीन, जापान, अमेरिका, दक्षिण कोरिया और ब्राजील जैसे देशों में कोरोना के मामलों के बढ़ने से सरकार अलर्ट है। अब इन नए मिले मरीजों के नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी ताकि वायरस के वेरिएंट का पता लगाया जा सके।
छत्तीसगढ़ में कोरोना का पहला मामला 18 मार्च 2020 को सामने आया था। उसके बाद से 21 दिसम्बर 2022 तक 11 लाख 77 हजार 743 इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 11 लाख 63 हजार 595 लोग तो इलाज के बाद छुट्टी पा गए, लेकिन 14 हजार 146 लोगों की जान जा चुकी है। आखिरी बार 13 दिसम्बर को यहां तीन लोगों में संक्रमण पाया गया था। उस दिन एक मरीज को इलाज के बाद स्वस्थ घोषित किया गया। 13 दिसम्बर को प्रदेश भर में 6 सक्रिय मरीज थे।
अगले आठ दिनों तक कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया। 20 दिसम्बर को प्रदेश में एक भी नया मामला नहीं मिला। लेकिन 21 दिसम्बर को रायपुर में दो नमूने पॉजिटिव पाए गए। स्वास्थ्य विभाग उनकी हिस्ट्री की पड़ताल कर रहा है। उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चलेगा कि उनको कोरोना वायरस के किस वेरिएंट ने संक्रमित किया है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, इसके लिए एम्स की लैब का इस्तेमाल किया जाएगा। उनके पास सुविधा बन गई है। राज्य सरकार भी उसमें सहयोग को तैयार है।