1 लीटर तेल में 150 KM चलती है ये अनोखी बाइक….
अब बाइक दौड़ाने के लिए पेट्रोल की चिंता नहीं पड़ेगी. बार बार बाइक का फ्यूल मीटर नहीं देखना होगा. यूपी के मीरजापुर के एक शख्स ने कमाल कर दिया है. इस शख्स ने ऐसी बाइक तैयार की है जो एक लीटर पेट्रोल में 150 किलोमीटर तक जा सकेगी. लंबे सफर में पेट्रोल के बारे में नहीं सोचना पड़ेगा. मीरजापुर के अदलहाट स्थित विद्या संस्कार पब्लिक स्कूल कौड़ियांकला में आयोजित जनपद स्तरीय नवप्रवर्तन प्रदर्शनी में जय प्रकाश बिंद की इलेक्ट्रिक डोर मेट बाइक को पहला स्थान मिला है. यह बाइक 1 लीटर पेट्रोल से 150 किलोमीटर का सफर तय करती है. इसे पेटेंट के लिए भी चुना गया हैं. इस अनोखी बाइक को साइकिल की मरम्मत और पंचर बनाने वाले छानबे ब्लॉक के रायपुर सौनहा निवासी 50 वर्षीय लक्षनधारी बिंद ने तैयार किया है. लक्षनधारी बिंद ने बताया कि इस बाइक को बनाने में करीब 40 हजार रुपये खर्च हुए हैं. इस मोटर साइकिल का नाम भी उन्होंने लक्षनधारी बाइक रखा है. लक्षनधारी विजयपुर बाजार में दूसरों की बाइक ठीक करते हैं. पांचवीं तक की पढ़ाई करने वाले लक्षनधारी बिंद ने कुछ समय पहले ही बाइक बनानी शुरू की. परिवार का पालन पोषण करने के लिए वह साइकिल की मरम्मत और पंचर बना
बाइक के लिए कई पार्ट्स उन्होंने कबाड़ से लिया. कुछ पार्ट्स अपने हाथों से बनाया. करीब साढ़े 3 महीने की अथक मेहनत के बाद उनकी बाइक बनकर तैयार हो गई. इस पर 40 हजार रुपये का खर्च आया. बाइक तैयार हो जाने के बाद उसकी गति का परीक्षण ब्लॉक की सड़कों पर किया गया. पहली बार इस बाइक से वह अयोध्या दर्शन करने गए. 5 लीटर पेट्रोल में वह करीब 245 किलोमीटर दूर अयोध्या राम मंदिर दर्शन करने पहुंच गए. साथ ही घर वापस भी आ गए.
इसके बाद उन्होंने मैहर देवी सतना मध्य प्रदेश की यात्रा की. उन्होंने बताया कि बाइक में साइकिल का पहिया लगा होने के कारण काफी आराम है. अगर वह खराब हो जाता है उसे नया लगवाने में 400 से 500 रुपये का खर्च आएगा. पंचर हो जाने पर करीब 15 रुपये का खर्च आएगा. जबकि बाइक का पहिया लगाने पर हजारों रुपये का खर्च आएगा.
लक्षनधारी ने बताया कि उसकी बनाई गई बाइक को पेटेंट कराने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से आश्वासन मिला है. कहा गया है कि उसे अगर सरकारी स्तर पर सहयोग मिला तो वह हवा से चलने वाली कार भी बना सकता है, जो उनके दिमाग में बन चुका है. मदद मिलने पर उसे जमीन पर उतारना बाकी है.
गांव के ही विद्यालय में पढ़ने वाले लक्षनधारी बिंद को 6 संतान हैं. 2 लड़की, एक लड़के की शादी करने के साथ ही परिवार की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. जिन्हें बाइक पेटेंट होने के बाद हवा से चलने वाली कार बनाने की तमन्ना है.
