धमतरी जिले में मां अंगार मोती के दरबार में शुक्रवार को मड़ई मेला लगा। इस मौके पर संतान प्राप्ति की इच्छा लेकर सैकड़ों महिलाएं जमीन पर लेटीं और बैगा (पंडा) उनके ऊपर चलते नजर आए। लोगों की मान्यता है कि जो महिलाएं संतानहीन हैं, उनके ऊपर अगर बैगा चलें, तो उन्हें संतान हो जाएगी।
सैकड़ों महिलाएँ ज़मीन पर लेट गई हैं। बैगा (पंडा) उनके ऊपर पैदल चल रहे हैं। महिलाओं को लगता है जिनके बच्चे पैदा नहीं हो रहे हैं, ऐसा करने से पैदा होने लगेंगे। ऐसी मान्यता है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में ऐसा हो रहा है।— Gyanendra Tiwari (Vistaar News) (@gyanendrat1) October 29, 2022
संतान की कामना लिए 300 से ज्यादा महिलाएं हाथ में नारियल, नींबू, फूल पकड़कर मां अंगार मोती के दरबार के सामने जमीन पर लेटीं। सुहागिनों के ऊपर शाम 4.45 बजे चलकर मंदिर के मुख्य पुजारी ईश्वर नेताम ने उन्हें आशीर्वाद दिया। जमीन पर लेटने वाली सुहागिनों की भीड़ इतनी ज्यादा रही कि मां अंगार मोती के दरबार से लेकर मंदिर के प्रवेश द्वार तक करीब 400 मीटर तक का रास्ता उनसे भर गया। वैसे हैरानी इस बात की है कि इस परंपरा को मानने वालों में पढ़ी-लिखी महिलाएं भी शामिल हैं।
ऐसी मान्यता है कि बैगा के ऊपर देवी का वास होता है और जो महिला बैगा के पैरों से कुचली जाती है, उसे देवी का आशीर्वाद मिलता है। उसकी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है। महिलाओं को पैरों से रौंदा जाता है और इसके साथ ही उनके पेट पर स्थानीय लोकगीत भी गाए जाते हैं।