छत्तीसगढ़ : रायपुर के मोवा ओवर-ब्रिज पर सड़क रिपेयरिंग का काम चल रहा था। करीब एक हफ्ते फ्लाईओवर से आवाजाही बंद रही। मरम्मत के बाद जब आवाजाही शुरू हुई तो नयी सड़क 24 घंटे भी नहीं टिक पाई और उखड़ने लगी। ओवरब्रिज की घटिया मरम्मत पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और PWD मंत्री अरुण साव भड़क गए। नई सड़क 24 घंटे भी नहीं टिक पाई और उखड़ने लगी। मंत्री खुद निरीक्षण करने पहुंचे और डामर को हाथ लगाते ही वह उखड़ गया। ठेकेदार और इंजीनियरों को जमकर फटकार लगाई गई। पूरी जांच के आदेश दिए गए और पेमेंट रोक दिया गया। रायपुर के मोवा ओवरब्रिज पर हाल ही में मरम्मत का काम हुआ था। करीब एक हफ्ते तक आवाजाही बंद रही। लेकिन मरम्मत के बाद नई सड़क 24 घंटे भी नहीं चल पाई। डामर उखड़ने लगा। यह खबर जब उपमुख्यमंत्री और PWD मंत्री अरुण साव तक पहुंची तो वे खुद मौके पर पहुंच गए। मंत्री ने खुद अपने हाथों से डामर की जांच की। डामर उनके हाथ में ही उखड़ गया। सड़क रेत की तरह बिखरने लगी। यह देखकर मंत्री साव का पारा चढ़ गया। उन्होंने मौके पर मौजूद इंजीनियर को जमकर फटकार लगाई। ‘यह क्या है.. इसे देखा क्यों नहीं गया? क्या ऐसे ही काम करवाते हो?’
ठेकेदार भी वहां मौजूद था। हाथ जोड़कर कहने लगा, ‘गलती हो गई ठीक करवा दूंगा।’ इस पर मंत्री साव और भड़क गए। उन्होंने कहा, ‘ठीक करके कोई अहसान नहीं करोगे।’ मंत्री ने पूरे निर्माण कार्य की जांच के आदेश दे दिए हैं। मंत्री साव के निरीक्षण के दौरान IAS डॉ. कमलप्रीत सिंह भी मौजूद थे। मंत्री ने उनसे कहा, ‘सचिव जी इसको दिखवाइए, पूरी जांच होनी चाहिए।’ PWD अधिकारियों को भी चेतावनी दी गई कि किसी भी तरह का भुगतान नहीं होना चाहिए। ‘पेमेंट हुआ तो सैलरी से कटेगा ये बात समझ लीजिए आप लोग।’
विभाग के अधिकारियों ने इंजीनियर से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। साथ ही कहा है कि 14 तारीख को जो भी कार्रवाई करनी होगी, करेंगे। PWD ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। जांच में पाया गया कि डामरीकरण के दौरान डामर तय मानक से ज्यादा गर्म था। इस वजह से गिट्टी आपस में नहीं चिपक पाई और सड़क बिखर गई। यह घोर लापरवाही मानी गई है।