चीन पर राय बदल ही नहीं पा रहा US! बाइडेन ने शी जिनपिंग को फिर से बता दिया ‘तानाशाह’

राष्ट्रीय

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात को ‘प्रगति’ बता रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अब उन्हें ‘तनाशाह’ करार दे रहे हैं। बैठक के बाद पत्रकारों से मुलाकात के दौरान उन्होंने जिनपिंग की तुलना तानाशाह से कर दी। इससे पहले भी वह चीनी राष्ट्रपति को लेकर इस तरह की टिप्पणी कर चुके हैं। अटकलें हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान बीजिंग को नाराज कर सकता है।

जब बाइडेन से सवाल पूछा गया कि क्या अब भी जिनपिंग के लिए उस शब्द का इस्तेमाल करेंगे। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘देखिए वह हैं तो, मेरा मतलब है कि वह एक अर्थ में तनाशाह हैं कि वह एक देश चला रहे हैं, जो कम्युनिस्ट देश है। वह ऐसी सरकार है, जो हमसे बिल्कुल अलग है।’ एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाइडेन ने कहा, ‘बहरहाल, हमने प्रगति की है।’

जून में बताया था तानाशाह
खबर है कि जून में भी बाइडेन ने जिनपिंग को तानाशाह बताया था। उस दौरान चीन ने टिप्पणी पर जमकर नाराजगी जाहिर की थी। दरअसल, उस दौरान अमेरिका ने चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था।

बाइडेन ने कहा था, ‘जब मैंने बॉक्सकारों के साथ गुब्बारे को नीचे गिराया, तो शी जिनपिंग के नाराज होने की वजह यही थी कि उन्हें नहीं पता था कि वह वहां था।’ उन्होंने कहा था, ‘… तानाशाहों के लिए यह बहुत ही शर्मिंदगी की बात है, जब उन्हें पता ही नहीं होता कि आखिर हुआ क्या है।’ इसे लेकर चीन की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया आई थी।

चार घंटे चली बैठक
दोनों नेताओं के बीच फिलोली एस्टेट में करीब 4 घंटों तक बैठकों का दौर चला। बाइडेन ने ‘X’ पर लिखा, ‘मैंने हाल ही में राष्ट्रपति शी के साथ बैठकों का दौर पूरा किया। मुझे लगता है कि यह अब तक की सबसे रचनात्मक और उत्पादक चर्चाओं में से एक थी…।’

अमेरिका को लेकर बदल गया था चीनी मीडिया का रुख
बाइडन और चीन के जिनपिंग की बुधवार को होने वाली वार्ता से पहले चीन के सरकारी मीडिया ने अमेरिका के प्रति नया रुख अपनाया था, जिसमें कम नकारात्मक कवरेज, गर्मजोशी वाले संबंधों की ओर लौटने की बात और अमेरिकी लोगों की सकारात्मक कहानियां शामिल हैं।

हाल के दिनों में आधिकारिक शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अमेरिका-चीन संबंधों पर पांच अंकों की एक शृंखला जारी की, जिसमें देशों से ‘एक-दूसरे से मिलने’ और ‘स्वस्थ तथा स्थिर विकास के पथ पर लौटने के लिए मिलकर काम करने’ का आह्वान किया गया।

चीनी मीडिया ने फिलाडेल्फिया ऑर्केस्ट्रा के सदस्यों की हालिया यात्रा पर ध्यान केंद्रित किया है, जो चीन की इसकी यात्रा के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हुई है। इसकी शुरुआत ने तत्कालीन अमेरिका-चीन संबंधों को आकार देने में मदद की थी। चीनी मीडिया का ध्यान अमेरिकी सैन्य पायलटों के समूह ‘फ्लाइंग टाइगर्स’ के सदस्यों की एक और यात्रा पर भी केंद्रित है जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान से लड़ने में चीन की मदद की थी।