पृथ्वी पर होने वाली कई प्राकृतिक घटनाएँ सौर मंडल के अन्य ग्रहों पर भी घटित होती हैं. लेकिन ऐसा किसी सौरमंडल के बाहर के ग्रह पर हो, खास तौर से ध्यान खींचती हैं. यह घटना इंद्रधनुष का बनना हो तो यह तो और भी हैरान करता है. वैज्ञानिकों को हाल ही में एक बाह्यग्रह पर इंद्रधनुष जैसी किसी चीज की मौजूदगी के संकेत देने वाले सबूत मिले हैं. जिसने वैज्ञानिकों को काफी भ्रमित भी किया है. “ग्लोरी” एक ऐसी घटना है जो तब होती है जब प्रकाश गोलाकार बूंदों के रूप में एक समान पदार्थों से बने बादलों से टकराता है. माना जा रहा है कि यह घटना WASP-76B नाम के बाह्यग्रह के अवलोकनों एक रहस्य की व्याख्या कर रही है. इसे जानने के लिए इस ग्रह को समझना होगा. WASP-76B एक चिलचिलाती गैस से भरा ग्रह है, जहां पिघले हुए लोहे की बारिश होती है. ESA और स्विटजरलैंड के बर्न विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने CHEOPS ने ग्रहण से पहले ग्रह के रात्रि पक्ष पर अतिरिक्त प्रकाश का पता लगाया. चूकि WASP-76B एक बहुत गर्म बाह्यग्रह है, इसलिए बादल दिन के दौरान वायुमंडल को अस्पष्ट नहीं करते हैं, जिससे वायुमंडलीय पहचान का पता लगाना आसान हो जाता है शोधकर्ताओं ने दिन-पक्ष और रात-पक्ष टर्मिनेटर के बीच लौह सामग्री में विषमता देखी. इसके अलावा, रात-पक्ष की तुलना में दिन-पक्ष के ऊपरी वायुमंडल में बहुत अधिक गैसीय लोहा नहीं था.
