नोएडा की एक ‘गालीबाज’ महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, बेइज्जती से दुखी गार्ड ने कहा- अब नहीं करूंगा नौकरी

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नई दिल्ली : नोएडा की एक ‘गालीबाज’ महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो नोएडा के सेक्टर-126 इलाके की जेपी सोसायटी का है। इस वीडियो में नोएडा की एक हाईटेक सोसायटी में रहने वाली महिला सिक्योरिटी गार्ड को भद्दी-भद्दी गालियां देती हुई नजर आ रही है। इतना ही नहीं, महिला ने सोसायटी के गार्ड की कॉलर पकड़ उसके साथ बदतमीजी भी की। आखिर कौन है ये गालीबाज महिला और क्या करती है, आइए जानते हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस महिला का नाम भव्या रॉय है। वह सोसायटी के फ्लैट नंबर 901 में किराए से रहती है। भव्या राय पेशे से वकील है और साउथ दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट में वकालत करती है। शुरुआती पूछताछ में महिला ने बताया कि उसकी शादी 2016 में हुई थी। उसके पति का नाम कौस्तुभ चौधरी है। भव्या ने बताया कि वह दिल्ली के महरौली की रहने वाली है। उसने नोएडा की जेपी विशटाउन सोसायटी में तीन महीने पहले ही 901 नंबर फ्लैट किराए पर लिया था।

इस बात पर भड़क उठी भव्या :
भव्या रॉय ने सोसायटी के गार्ड अनूप कुमार से गालीगलौच की और उसकी वर्दी फाड़ने की कोशिश की। अनूप कुमार का कहना है कि वो अपनी ड्यूटी के मुताबिक, गेट पर गाड़ी चेक कर रहा था। गेट पर पहले से ही एक गाड़ी लगी थी और उसके पीछे भव्या मैडम की गाड़ी आकर लगी। मैं उनके पास गया और बोला कि थोड़ी देर लगेगी। आगे एक गाड़ी खड़ी है। इतना सुनते ही भव्या राय भड़क गईं और भद्दी-भद्दी गालियां देने लगीं। इसके बाद वो गाड़ी से उतरी और नशे में मेरी वर्दी फाड़ दी।

डेढ़ मिनट में दी 9 बार गाली, कॉलर पकड़ घसीटा :
डेढ़ मिनट के वीडियो में भव्या राय ने 9 बार गाली दी और गार्ड का कॉलर पकड़कर घसीटा। गार्ड के साथी उसे छोड़ने की मिन्नत करते रहे, लेकिन उसने गालियां देना बंद नहीं किया। नोएडा कि इस ‘गालीबाज’ महिला भव्या रॉय के खिलाफ थाना नोएडा सेक्टर-126 पुलिस ने आईपीसी की धारा 153-A, 323, 504, 505(2), 506 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने भव्या राय को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

बेइज्जती से दुखी गार्ड ने कहा- अब नहीं करूंगा नौकरी :
बेइज्जती से दुखी गार्ड अनूप कुमार ने नौकरी छोड़ने तक की बात कही है। उसने कहा- हम भी फैमिली वाले हैं। अब मुझे नौकरी नहीं करना है। हम सोसाइटी में अपनी पूरी जिम्मेदारी से काम करते हैं। सभी औरतों को अपनी मां-बहन समझते हैं, लेकिन पढ़ी-लिखी होने के बावजूद कुछ महिलाओं में तमीज नहीं है। मैं अब और बेइज्जती सहन नहीं कर सकता।