भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने वाले पहलवान अब एशियाई खेलों के ट्रायल की तैयारी के लिए सोनीपत के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सेंटर में पहुंच गए हैं. एक बार फिर सेंटर विरोध करने वाले पहलवानों के साथ गुलजार हो गया है.
WFI चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध करने वाले प्रमुख चेहरों में से एक विनेश फोगाट ने 9 जून को सेंटर का दौरा किया था. उनकी चचेरी बहन गीता फोगाट भी प्रैक्टिस के लिए मैट पर पहुंच गई हैं. मैटर्निटी लीव के बाद वापस आईं गीता ने भी कुश्ती में वापसी की, उन्हें अपने पहलवान पति पवन सरोहा के साथ देखा गया.
गीता की छोटी बहन संगीता भी अपने पति और टोक्यो खेलों के कांस्य पदक विजेता बजरंग पूनिया के साथ सेंटर में पहुंची थीं. महिला पहलवान लखनऊ में SAI के सेंटर में राष्ट्रीय शिविर के लिए इकट्ठा होती हैं, लेकिन WFI प्रमुख के खिलाफ आंदोलन के मद्देनजर, इसे उत्तर प्रदेश की राजधानी से बाहर कर दिया गया.
SAI के एक सूत्र ने कहा, “विरोध करने वाले पहलवान लंबे समय से मैट से दूर हैं. ज्यादातर वे जिम में समय बिता रहे हैं. संगीता स्ट्रेंथ बिल्डिंग पर भी काम कर रही हैं.”
अधिकारी ने कहा, “विनेश 9 जून की शुरुआत में ही सेंटर में शामिल हो गई थीं. गीता फोगाट भी नियमित रूप से आ रही हैं. ऐसा लगता है कि परिसर में सामान्य स्थिति लौट रही है.”
बजरंग पूनिया और उनके जोड़ीदार जितेंद्र किन्हा ने पहले ही बहालगढ़ सेंटर में अभ्यास शुरू कर दिया है, जहां पुरुषों की फ्रीस्टाइल और ग्रीको रोमन पहलवानों के लिए साल भर राष्ट्रीय शिविर आयोजित किया जाता है. पहलवानों ने शुक्रवार को खेल मंत्रालय से अनुरोध किया था कि ट्रायल अगस्त में कराए जाएं क्योंकि अगर इस महीने के अंत में ट्रायल होते हैं तो वे प्रतियोगिता के लिए तैयार नहीं हो सकते.
30 जून तक मांगी थी पहलवानों की लिस्ट
IOA ने पहले ही सभी राष्ट्रीय संघों को 30 जून तक पहलवानों की लिस्ट मांगी थी. अब उसने एशिया की ओलंपिक परिषद से संपर्क किया है और उससे पूछा है कि क्या वह 10 अगस्त तक कुश्ती में शामिल होने वाले पहलवानों के नाम भेज सकते हैं. IOA को सभी भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों के नाम 15 जुलाई तक OCA को भेजने होंगे.
23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर शुरू किया था प्रदर्शन
पहलवानों ने 23 अप्रैल को जंतर-मंतर पर अपना धरना फिर से शुरू किया था और 28 मई तक वहीं थे, जिस दिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें कानून और व्यवस्था के उल्लंघन के लिए हिरासत में लिया था. उन्होंने कुछ दिनों के लिए विरोध स्थल के पास रेलवे स्टेडियम में भी अभ्यास किया था, लेकिन विरोध के कारण वे जारी नहीं रख सके.