वोडाफोन आइडिया को 7,296.7 करोड़ रुपये का घाटा

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दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया का एकीकृत घाटा चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर कुछ कम होकर 7,296.7 करोड़ रुपये रहा। शुल्क दरें बढ़ने से कंपनी की कमाई बढ़ी है। कंपनी ने बुधवार को कहा कि रविंदर टक्कर 19 अगस्त से चेयरमैन की जिम्मेदारी संभालेंगे और हिमांशु कपानिया गैर-कार्यकारी चेयरमैन पद से हटेंगे।

वोडाफोन आइडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘निदेशक मंडल ने गैर-कार्यकारी चेयरमैन पद छोड़ने के हिमांशु कपानिया के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। वह 18 अगस्त, 2022 से पद से हट जाएंगे। वह कंपनी के निदेशक मंडल में बतौर गैर-कार्यकारी निदेशक बने रहेंगे।’’

निदेशक मंडल ने आम सहमति से टक्कर को चेयरमैन पद के लिये चुना। वह 19 अगस्त, 2022 से पदभार संभालेंगे।

बयान के अनुसार टक्कर अभी वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) हैं। उनके पास कंपनी के मार्गदर्शन के लिये तीन दशक से अधिक का अनुभव है।

वीआईएल ने कहा कि उसका चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घाटा कम होकर 7,296.7 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले 2021-22 की इसी तिमाही में कंपनी को 7,391.1 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

कंपनी की परिचालन आय आलोच्य तिमाही में करीब 14 प्रतिशत बढ़कर 10,410 करोड़ रुपये रही

वोडाफोन आइडिया की प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) जून, 2022 को समाप्त तिमाही में 23.4 प्रतिशत बढ़कर 128 रुपये रही। एक साल पहले 2021-22 की इसी तिमाही में यह 104 रुपये थी।

कंपनी के सीईओ टक्कर ने कहा, ‘‘हम 4 जी ग्राहकों में बढ़ोतरी देख रहे हैं। इसका कारण बेहतर डेटा और वॉयस अनुभव के साथ-साथ अपने ग्राहकों के लिए अलग-अलग डिजिटल अनुभव बनाने पर ध्यान केंद्रित करना है।’’

उन्होंने कहा कि कंपनी ने हाल ही में संपन्न स्पेक्ट्रम नीलामी में ग्राहकों को बेहतर 5जी सेवा उपलब्ध करने के लिये पर्याप्त स्पेक्ट्रम हासिल किया है।