‘कवच’ कहां था? ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद रेलमंत्री के दावों पर उठे सवाल, इस्तीफे की मांग

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ओडिशा में हुए भयानक ट्रेन हादसे ने हर किसी को विचलित करके रख दिया है. बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास 3 ट्रेनों की इस भीषण टक्कर में 280 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 900 से ज्यादा घायल हो गए हैं. इस हादसे को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. विपक्षी दलों ने अब रेलवे के ‘कवच सुरक्षा’ वाले दावों पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.

यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी श्रीनिवास ने हादसे को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. दरअसल, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इस वीडियो में कवच सुरक्षा तकनीक के बारे में बताते नजर आ रहे हैं. इसी को लेकर कांग्रेस नेता ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए लिखा है- जब एक Train Derail होकर दूसरे Railway Track पर आ गयी थी, तब ‘Kavach’ कहां था? 300 के आसपास मौतें, करीब 1000 लोग घायल. इन दर्दनाक मौतों के लिए कोई तो जिम्मेदार होगा?

रेलवे का वो ‘कवच’ जो रोक सकता था ओडिशा ट्रेन हादसा? आखिर कैसे करता है काम

‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली ट्रेनों को खतरे (लाल) पर सिग्नल पार करने और टक्कर रोकने के लिए है. अगर किसी कारणवश लोको पायलट ट्रेन को कंट्रोल करने में विफल रहता है, तो यह ट्रेन ब्रेकिंग सिस्टम को ऑटोमैटिक रूप से एक्टिव कर देता है. इसके अलावा, कवच दो इंजनों के बीच टक्कर को रोकने में भी सक्षम है. मतलब एक ही पटरी पर दो ट्रेनें आमने सामने आ जाएं तो एक्सीडेंट नहीं होगा. हालांकि, बालासोर में हुए हादसे को देखकर प्रतीत होता है कि अब तक इस रूट की ट्रेनों में ‘कवच’ प्रणाली का इस्तेमाल नहीं किया गया होगा.

विपक्ष ने बोला हमला

– राष्ट्रीय जनता दल ने भी केंद्र सरकार को घेरा है. RJD ने ट्विटर पर लिखा, ‘कवच’ में भी कांड हो गया? मोदी सरकार के लिए बस ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेनों में ही इंसान चलते हैं! अगर रेल मंत्री में कुछ नैतिकता और आत्मग्लानि हो तो इतने परिवारों के बर्बाद होने पर तुरंत इस्तीफा दें!

– तेलंगाना के आईटी मंत्री और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटीआर ने भी रेलवे की कवच सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं. KTR ने केंद्र से पूछा कि टक्कर रोधी उपकरणों का क्या हुआ?

– उधर, शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग की है. राउत ने कहा है कि यह सरासर लापरवाही है. रेल मंत्री उड़ीसा से हैं. नैतिक आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.

इन नेताओं ने जताया दुख

बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्रेन हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘दक्षिण भारत की चेन्नई सेन्ट्रल कोरोमण्डल सहित तीन ट्रेनों की ओडिसा के बालासोर ज़िले में कल हुई भीषण दुर्घटना व उसमें काफी लोगों के हताहत होने की खबर अति-दुःखद. उन सबके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना. कुदरत उन सबको इस गहरे दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे.केन्द्र सरकार इस भीषण दुर्घटना को पूरी गंभीरता से लेते हुए इसकी तत्काल उच्च-स्तरीय समयबद्ध जांच कराने के साथ ही सभी मृतक के परिवारों को शीघ्र समुचित आर्थिक सहायता देने तथा घायलों के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था करके उनकी ज़िन्दगी बहाल करने में पूरी मदद करे, बीएसपी की यह मांग है.’

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, ‘ओडिशा में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे की खबर सुनकर बेहद दुखी हूं. जिन शोक संतप्त परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है. केरल इस कठिन समय में ओडिशा के साथ एकजुटता से खड़ा है.’

बढ़ रहा है मृतकों का आंकड़ा

रेल हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक, अभी तक 280 लोगों की मौत हो गई है जबकि 900 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. कुछ घायल जिनका इलाज चल रहा है, उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.

कैसे हुआ हादसा?

बालासोर में बहानगा बाजार स्टेशन के नजदीक हुए इस भीषण सड़क हादसे को लेकर रेलवे ने जांच कमेटी गठित कर दी है. हादसा कैसे हुआ, उसे लेकर प्रत्यदर्शियों के बयान भी सामने आए हैं. कहा जा रहा है कि आउटर लाइन पर मालगाड़ी खड़ी थी…हावड़ा से आ रही कोरोमंडल ट्रेन (जो कि चेन्नई जा रही थी) 300 मीटर पर पहले डिरेल हो गई. कोरोमंडल ट्रेन का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया और कोरोमंडल ट्रेन की पीछे वाली बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरी और तीसरे ट्रैक पर तेजी से आ रही यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रैक पर गिरे बोगियों से टकरा गई.

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ट्रेन हादसे के बाद पल-पल की जानकारी ले रहे हैं. पीएम ने इस रेल हादसे की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई है. वहीं दो केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान घटनास्थल पर पहुंचकर हालातों का जायजा ले रहे हैं.