प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में जनता को संबोधित किया. इस दौरान एक बार फिर उनकी जुबां पर बांदा का आया. उन्होंने बांदा के एक छोटे गांव के रहने वाले तुलसीराम का नाम लिया और उनके नए प्रयोग की जमकर सराहना की. तो आइए जानते हैं कि आखिर तुलसीराम ने ऐसा क्या किया, जिसके चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक तौर पर उनकी तारीफ की.
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में कहा,’एक साथी हैं UP के बांदा के तुलसीराम यादव, जो लुकतरा गांव के प्रधान हैं. आप भी जानते हैं बांदा और बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी को लेकर कितनी कठिनाई रही है. इस चुनौती से पार पाने के लिए तुलसीराम ने गांव के लोगों को साथ लेकर 40 से ज्यादा तालाब बनवाए हैं. तुलसीरामजी ने अपनी मुहिम का आधार इस लाइन को बनाया है कि खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में. उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि उनके गांव में भू जलस्तर सुधर रहा है. बढ़ रहा है. सभी को इनसे प्रेरणा लेना चाहिए.’
तुलसीराम ने बुंदेलखंड में पानी की कमी से निपटने के लिए मुहिम छेड़ रखी है. उन्होंने पानी को बचाने के अभियान की शुरुआत अपने गांव से की है. उन्होंने अपने गांव में लोगों के सहयोग से करीब 40 से ज्यादा तालाब खोदे हैं. इसके कारण वहां का जलस्तर बढ़ गया है.
किस अभियान के तहत काम कर रहे हैं तुलसीराम?
ग्राम प्रधान तुलसीराम खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में अभियान के तहत एक अभिनव प्रयोग कर रहे है. इसका सुखद परिणाम अब यह आया है कि गांव का जलस्तर बढ़ गया है, गांव के किसानों को इसका फायदा मिलने लगा है. गांव के लोग उनके इस प्रयोग को अपना रहे हैं, साथ ही खेतों में तालाब बनाने के माध्यम से पानी को बचा रहे हैं, जो बाद में खेती करने के काम आता है.
उमाशंकर पांडेय के मॉडल की भी हो चुकी है चर्चा
बता दें PM मोदी पहले भी अपने मन की बात में जलयोद्धा पद्मश्री उमाशंकर पांडेय के जखनी मॉडल की चर्चा कर चुके हैं. यह पूरे प्रदेश में अपने आप में एक मॉडल है. इसके साथ ही जिले के पूर्व डीएम अनुराग पटेल के जल संचयन और बुंदेलखंड में पानी की समस्या को दूर करने के लिए चलाई गई मुहिम को लेकर उन्हें इनाम दिया गया था.
PM मोदी के मिशन को आगे बढ़ाने का दावा
ग्राम प्रधान तुलसीराम ने आजतक को बताया कि उन्होंने PM मोदी के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए एक मुहिम छेड़ रखी है. उन्होंने अपने गांव लुकतरा में गांव के लोगों की मदद से करीब 40 तालाब खुदवाए हैं. उन्होंने खेतों में ऐसी ढाल बनाई है कि बारिश का पानी बर्बाद होने की बजाय खेतों के माध्यम से सीधे तालाबों में जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि खेत का पानी खेत मे गांव का पानी गांव में अभियान को अपनाया, जिससे आज उनके गांव में जलस्तर बढ़ रहा है. किसानों को फायदा हो रहा है. उन्होंने PM मोदी का अपने मन के कार्यक्रम में नाम लेने के लिए आभार जताया. उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने (पीएम मोदी) मेरा और मेरे गांव का नाम लिया है, बड़े गर्व की बात है. हमारे गांव का नाम देश मे आ गया.