प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से लेकर कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नेहरू सरनेम रखने से क्या शर्मिंदगी है ?
नेहरू सरनेम रखने से क्या शर्मिंदगी?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नेहरू जी का नाम छूट जाता है तो कई लोगों का बाल खड़ा हो जाता है। नेहरू सरनेम रखने से क्या शर्मिंदगी है। आज गांधी परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता है?
‘देश किसी परिवार की जागीर नहीं’
उन्होंने कहा कि इतना बड़ा महान व्यक्ति का सरनेम आपको मंजूर नहीं है, परिवार को मंजूर नहीं है और आप हमारा हिसाब मांगते रहते हो। कुछ लोगों को समझना होगा कि सदियों पुराना देश जन-जन की पीढ़ियों से बना हुआ देश है। किसी परिवार की जागीर नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने मेजर ध्यानचंद्र के नाम पर खेल रत्न का पुरस्कार रख दिया। अंडनाम में नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर और स्वराज के नाम पर द्वीपों का नाम किया। देश नेताजी के योगदान के लिए गर्व करता है।