राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने पटना में आयोजित ‘सशक्त बेटी समृद्ध बिहार’ वर्कशॉप में छात्राओं को संवेदनहीन जवाब देने वाली आईएएस अधिकारी हरजोत कौर बम्हरा से स्पष्टीकरण माँगा है। एक स्कूली छात्रा द्वारा सैनिटरी पैड की माँग करने पर बिहार महिला बाल विकास निगम की एमडी ने कहा था, “कंडोम भी चाहती हैं।” इस टिप्पणी के लिए हरजोत कौर (IAS Harjot Kaur) से लिखित स्पष्टीकरण माँगा गया है। आईएएस अधिकारी को सात दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
दरअसल, बिहार की बेटियों को जागरूक करने के लिए 27 सितंबर, 2022 को पटना में ‘सशक्त बेटी समृद्ध बिहार’ वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। वर्कशॉप का उद्देश्य लैंगिक असमानता मिटाने वाली सरकारी योजनाओं से बच्चियों को जागरूक कराना था। इस कार्यशाला में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 9 और 10 की लड़कियाँ शामिल हुईं थीं। इस दौरान जब एक छात्रा ने महिला आईएएस (IAS) ऑफिसर हरजोत कौर बम्हरा से बिहार सरकार की योजनाओं से जुड़े सवाल पूछे तो वह आगबबूला हो गईं।
A simple request for good quality sanitary pads (costing Rs 20-30) was met with a snarky response from Bihar’s IAS officer Harjot Kaur.
“Tomorrow you'll say the Govt can give jeans too. And why not some beautiful shoes after that… family planning method, nirodh too.” pic.twitter.com/b98VWA3b8H
— Marya Shakil (@maryashakil) September 28, 2022
National Commission for Women (NCW) takes cognizance of the incident in Patna, where IAS officer Harjot Kaur Bhamra, MD of Bihar Women & Child Development Corporation asked a schoolgirl if “she wants condoms too” when the student asked for affordable sanitary napkins: NCW pic.twitter.com/04RUizbXKh
— ANI (@ANI) September 29, 2022
‘कंडोम भी मुफ्त में देना पड़ेगा’
छात्रा ने पूछा था कि क्या सरकार 20-30 रुपए का सैनिटरी पैड नहीं दे सकती? इसके जवाब में महिला एवं बाल विकास निगम की एमडी हरजोत कौर बम्हरा ने कहा था कि इस माँग का कोई अंत नहीं है। उन्होंने कहा, “आज आप 20-30 रुपए का सैनिटरी पैड माँग रही हो। कल को आप कहेंगी जींस-पैंट भी दे दो। परसों सुंदर जूते क्यों नहीं दे सकते हैं? जब परिवार नियोजन की बात आएगी तो निरोध भी मुफ्त में भी देना पड़ेगा।”
वह अपनी बात को जारी रखते हुए लड़कियों से आगे कहती हैं, “खुद सक्षम बनो। आपको सरकार से कुछ भी लेने की जरूरत क्यों है? यह सोचने का गलत तरीका है। आप लोग खुद से कुछ करने का सोचो, खुद से कुछ पैसे कमाने का तरीका सीखो, स्वावलंबी बनो।” इस पर छात्रा कहती है कि जो सरकार के हित में है, कम से कम उसे तो दे। सरकार को पैसा इसलिए देना चाहिए, क्योंकि वह हमसे वोट लेने आती है। इस पर आगबबूला होते हुए हरजोत कौर ने कहा था, “बेवकूफी की भी हद होती है। मत दो वोट। चली जाओ पाकिस्तान। वोट तुम पैसों के लिए देती हो क्या! सुविधाओं के बदले में देती हो क्या! बताओ!”