विंग्स इंडिया : भारत को 2042 तक पड़ेगी 2,500 नए विमानों की जरूरत…

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विंग्स इंडिया 2024 में एयरबस के बाद अब दिग्गज विमान निर्माता बोइंग ने दावा किया है कि जिस तरह हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, भारत को 2042 तक 2,500 से अधिक विमानों की जरूरत पड़ेगी। बोइंग कॉमर्शियल मार्केटिंग के वाइस प्रेजिडेंट डारेन हल्स्ट ने शुक्रवार को कहा, बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, दक्षिण एशियाई वाहकों को अगले दो दशकों में अपने बेड़े के आकार को चौगुना करने का अनुमान है। इसके लिए उन्हें 2,705 से अधिक नए हवाई जहाजों की आवश्यकता होगी।

2042 तक इसमें से तकरीबन 92 प्रतिशत से अधिक या 2,500 के करीब विमानों की जरूरत अकेले भारतीय विमानन कंपनियों को होगी। साथ ही 2,300 से अधिक एकल गलियारे वाले और लंबी दूरी के लिए लगभग 400 चौड़े आकार वाले विमानों की आवश्यकता होगी।

दक्षिण एशिया में सिर्फ भारत ही एक बड़ी अर्थव्यवस्था है जो घरेलू व अंतरराष्ट्रीय दोनों श्रेणियों में कोरोना से पहले वाली मांग के स्तर पर पहुंचा है। यह बाजार में हवाई यात्रा का महत्व और भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत को दर्शता है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि भारत के मालवाहक बेड़े में अगले 20 वर्षों में 80 विमान होंगे। अभी 15 मालवाहक विमान हैं।

मैक्स 9 विमान में दरवाजा खुलने की घटना के बीच आपूर्ति में देरी के सवाल पर हल्स्ट ने कहा, भारत को विमानों की आपूर्ति में कोई देरी नहीं होगी। हमने बोइंग 737 मैक्स में गुणवत्ता जांच का दायरा भी बढ़ाया है। हमारा दीर्घकालिक उद्देश्य चीजों के गुणवत्ता पक्ष पर और भी अधिक जांच करना है।

एयरबस ने भारत में अपतटीय और तटवर्ती परिचालन के लिए तैनात छह एयरबस एच145 हेलिकॉप्टरों के लिए हेलिगो चार्टर प्रा.लि. के साथ घंटे-दर-घंटे सेवा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। हेलिगो के अध्यक्ष नयन जगजीवन ने कहा, हमें भारत में अपतटीय संचालन के लिए ओएनजीसी को एयरबस हेलिकॉप्टरों के 5-ब्लेड एच145 के बेड़े की पेशकश करने वाले पहले ऑपरेटर होने पर गर्व है।