मध्य प्रदेश के बालाघाट मुठभेड़ में 2 दिन पहले पुलिस ने जिन 4 महिला नक्सलियों को मार गिराया है वे छत्तीसगढ़ के बस्तर की रहने वाली हैं। इनपर छत्तीसगढ़, MP और महाराष्ट्र पुलिस की तरफ से कुल 62 लाख रुपए का इनाम घोषित था। सभी हार्डकोर नक्सली थीं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित महाराष्ट्र इन 3 राज्यों की पुलिस लंबे समय से इन चारों महिला नक्सलियों की तलाश कर रही थी. इन पर 62 लाख रुपए का इनाम घोषित था. मध्य प्रदेश के बालाघाट में बुधवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस गोलीबारी में सुरक्षा बलों ने 4 नक्सलियों को मार गिराया था. इस मुठभेड़ में नक्सली कमांडर आशा,रंजीता, शीला और लक्खे मरावी मारी गई हैं. बालाघाट की पुलिस के मुताबिक मारी गईं ये सभी नक्सली 25 से 35 साल की थीं .मध्यप्रदेश के मंडला में कान्हा बाघ अभयारण्य और छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के भोरमदेव वन्यजीव अभयारण्य के विद्रोही डिवीजन की विभिन्न समितियों की सक्रिय सदस्य थीं. नक्सलियों की इस इकाई को ‘केबी’ डिवीजन के नाम से भी जाना जाता था. अफसरों ने बताया कि ये सभी नक्सली बुधवार को मुठभेड़ में मारी गईं. इनकी तलाश मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के पुलिस की टीम कर रही थी.अफसरों ने ये भी बताया कि इन राज्यों की पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग राशि का इनाम घोषित किया था.मारी गई नक्सलियों में से एक ‘कमांडर’ आशा थी. जिसके खिलाफ मध्यप्रदेश में 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं पुलिस के अनुसार केबी डिवीजन की ‘कमांडर’ आशा छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की रहने वाली थी. उस पर कुल 20 लाख रुपये का इनाम घोषित था. महाराष्ट्र में 12 लाख रुपये, उसके गृह राज्य छत्तीसगढ़ में पांच लाख रुपये और मध्यप्रदेश में तीन लाख रुपये का इनाम घोषित था. मारी गईं तीन अन्य नक्सलियों पर 14-14 लाख रुपए का इनाम था. सरिता उर्फ शीला उर्फ पदम मूल रूप से छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की रहने वाली थी. महाराष्ट्र में उस पर छह लाख रुपये, छत्तीसगढ़ में पांच लाख रुपये और मध्यप्रदेश में तीन लाख रुपये का इनाम था.
