दुनिया के ये सबसे खतरनाक ‘तूफानी ठिकाने’

Antarctica में मौजूद कॉमनवेल्थ बे धरती पर सबसे तेज हवाओं वाली जगहों में से एक है. यहां लगातार शक्तिशाली हवाएं चलती हैं जिसे काटाबेटिक हवाएं कहते हैं. यहां चलने वाली हवाओं की रफ्तार 50 मील प्रति घंटे से ज्यादा होती है और इनके झोंके 150 मील प्रति घंटे से भी ज्यादा हो सकते हैं. न्यूजीलैंड के शहर वेलिंगटन को विंडी वेलिंगटन भी कहा जाता है. इस शहर में एक बार 154 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं तेज चली थीं. यहां हवा की औसत गति भी 27 मील प्रति घंटे रहती हैं. एक साल ऐसा भी जब यबां 233 तक तूफानी हवाएं दर्ज की गईं थीं. 3 मई 1999 को ब्रिज क्रीक में भयानक बवंडर आया था. उस बवंडर के दौरान एक ट्रक पर लगे डॉप्लर रडार ने हवा की गति 300 मील प्रति घंटे से भी ज्यादा की हवा दर्ज की. इस अब तक की सबसे तेज हवा माना जाता है.

माउंट वाशिंगटन पर 12 अप्रैल 1934 को एक रिकॉर्ड बना था. वहां की वेधशाला ने 231 मील प्रति घंटे की बहुत तेज हवा दर्ज की थी. उस समय इसे धरती की सबसे तेज हवा माना गया था. ऑस्ट्रेलिया के बैरो द्वीप पर 10 अप्रैल 1996 को चक्रवात ओलिविया आया था. इस चक्रवात के दौरान एक ऑटोमैटिक मौसम केंद्र ने हवा की रफ्तार 253 मील प्रति घंटे दर्ज की थी.

माउंट एवरेस्ट की चोटी पर हवाएं अक्सर तूफान की रफ्तार तक पहुंच जाती हैं. इस खासकर सर्दियों के मौसम में होता है. फरवरी 2004 में यहां हवा की 175 मील प्रति घंटे तक पहुंच गई थी. केप ब्लैंको, ओरेगन का एक तटीय इलाका है जहां सर्दियों में बहुत तेज तूफान आते हैं. इन तूफानों में हवा की रफ्तार अक्सर 70 से 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंच गया था. इस वजह से यह उत्तरी अमेरिका की सबसे तेज हवाओं वाली जगहों में से एक बन गया है.

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