ये है दुनिया का सबसे पुराना जीव…जो बुढ़ापे के बाद दोबारा हो जाता है जवान!
दुनिया में ऐसे कई जीव हैं जिन्हें लंबी उम्र का दर्जा मिला हुआ है. लेकिन इम्मोर्टल जेलीफिश की कहानी बिल्कुल चौंकाने वाली है. इस जीव के अंदर एक ऐसी अद्भुत कला है जिससे ये अपनी उम्र को न सिर्फ रोक सकता है, बल्किा पास्ट में जाकर दोबारा बचपन और जवानी को जी सकता है. जी हां, ये कोई कल्पना नहीं है, बल्कि सच है. इसी क्षमता के कारण ये नन्हा सा जीव विज्ञान जगत में चर्चा और शोध का विषय बना रहता है. जानकारी के अनुसार जेलीफिश एक अकशेरुकी जीव है. इसमें रीढ़ की हड्डी नहीं होती है. जेलीफिश में मछली की तरह दिमाग, दिल या खून नहीं होता है. जानकारी के अनुसार अधिकांश जेलीफिश मर जाती हैं, लेकिन ये खास प्रजाति ट्यूरिटोप्सिस डोहरनी (अमर जेलीफिश) या इम्मोर्टल जेलीफिश है जो अपनी उम्र को पलटने की क्षमता रखती है. इम्मोर्टल जेलीफिश को “जैविक रूप से” से अविनाशी या अमर माना गया है.
जेलीफिश के अमर होने या न मरने के पीछे एक गजब की क्षमता या मैकेनिज्म है. जब जेलीफिश को कोई चोट लगती है, किसी कारण भोजन नहीं मिल पाता है या जब ये ज्यादा तनाव में होती है जो ये अपना व्यस्क रूप छोड़कर वापस पॉलीप चरण या किशोरावस्था में बदल जाती है. इससे ये अपना जीवन दोबारा शुरू कर सकती है. ऐसा करने से जेलीफिश को अपना जीवन दोबारा जीने का मौका मिलता है. यानि वास्ताविक रूम में यदि कोई बीमारी या शिकारी इसे न मारे तो ये जीव कभी नहीं मरेगा. यही कारण है कि इसे अमर जेलीफिश के नाम से भी बुलाते हैं.
