भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ पहलवानों का धरना जंतर मंतर पर जारी है. प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर महिला रेसलर्स के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. साथ ही महासंघ के कामकाज पर भी सवाल उठाए. उधर, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता वृंदा करात भी पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंची. लेकिन पहलवानों ने वृंदा करात को मंच पर आने से रोक दिया. रेसलर बजरंग पूनिया ने उनके कहा तकि इसे राजनीति का अड्डा मत बनाइए.
रेसलर बजरंग पूनिया ने जंतर मंतर पर पहुंचकर रेसलर्स का समर्थन करने के लिए वृंदा करात का आभार जताया. बजरंग पूनिया ने उनसे हाथ जोड़कर विनती की. उन्होंने कहा, आपसे अनुरोध है, आप मंच के सामने बैठिए, माइक किसी को नहीं मिलेगा. मैडम आपसे अनुरोध है, प्लीज आप मंच से नीचे आ जाइए. इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाइए. आप नीचे चली जाइए. ये खिलाड़ियों का धरना है. ये राजनीतिक लड़ाई नहीं है.
क्यों धरना दे रहे पहलवान?
पहलवानों ने बुधवार को जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसके बाद एथलीट धरने पर बैठ गए. जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर महिला रेसलर्स के यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए. साथ ही महासंघ के कामकाज पर भी सवाल उठाए. पहलवानों ने आरोप लगाया कि कुश्ती महासंघ नए नए नियम बनाकर खिलाड़ियों का उत्पीड़न करता है.
“ये खिलाड़ियों का धरना है इसे राजनीतिक मुद्दा ना बनायें”
धरना-प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के पास CPM नेता वृंदा करात पहुंची और पहलवान बजरंग पूनिया ने उनको माइक ना देते हुए मंच से नीचे जाने के लिए कहा
— Rohit Ranjan (@irohitr) January 19, 2023
खेल मंत्रालय ने मांगा जवाब
पहलवानों के आरोपों पर संज्ञान लेते हुए खेल मंत्रालय ने कुश्ती महासंघ से 72 घंटे के भीतर आरोपों पर जवाब दाखिल करने के लिए कहा है. मंत्रालय का कहना है कि यह मामला एथलीटों की भलाई से जुड़ा है, ऐसे में मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लिया है. इतना ही नहीं मंत्रालय ने 18 जनवरी से लखनऊ में होने वाले वूमन नेशनल रेसलिंग कैंप को भी रद्द कर दिया है. इसमें 41 रेसलर्स, 13 कोच और सपोर्ट स्टाफ को शामिल होना था. उधर, दिल्ली महिला आयोग ने भी इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया है.
जांच के लिए बनाई जा सकती है कमेटी
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से फोन पर बात की है. बताया जा रहा है कि मंत्रालय कुश्ती महासंघ से खुश नहीं है. मंत्रालय कुश्ती संघ पर कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है. मामले की जांच के लिए मंत्रालय कमेटी बना सकता है.
साजिश के तहत लगाए गए आरोप- बृजभूषण शरण सिंह
महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किए जाने के आरोपों पर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने सफाई दी है. उन्होंने महिला रेसलर्स के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि क्या कोई सामने आ सकता है जो कह सके कि फेडरेशन ने किसी एथलीट का उत्पीड़न किया? यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है. उन्होंने कहा, साजिश के तहत उनपर ये आरोप लगाए गए हैं. इसके पीछे एक कारोबारी हैं. उन्होंने कहा, मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं. यौन उत्पीड़न कभी नहीं हुआ. अगर एक भी एथलीट सामने आया और यह साबित कर दिया तो मैं खुद फांसी पर लटकने के लिए तैयार हूं.