छत्तीसगढ़ : वैद्यराज पद्मश्री हेमचंद मांझी को नक्सलियों ने एक बार फिर जान से मारने की धमकी दी है। नक्सलियों ने उन पर 11 करोड़ रुपए लेकर उद्योगों की मदद करने का आरोप भी लगाया है। पद्मश्री मांझी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मैं पद्मश्री सम्मान लौटा दूंगा और अब आगे इलाज भी नहीं कर पाऊंगा क्योंकि नक्सली मुझे लगातार धमकी दे रहे हैं। मेरी बेइज्जती कर रहे हैं। मांझी का यह रुख सामने आते ही राज्य सरकार ने पद्मश्री माझी को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी है। इस संबंध में गृह विभाग से आदेश भी जारी हो गया है। नक्सलियों ने रविवार रात जिले में बीएसएनएल के दो टावर को आग के हवाले करते हुए पद्मश्री माझी के खिलाफ बैनर लगाए थे। इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं नक्सल दहशत की वजह से अपने गांव छोटे डोंगर से दूर हो गया हूं। मुझे जिला मुख्यालय में रहना पड़ रहा है। यहां मुझे दो गार्ड की सुरक्षा दी गई है। मुझे वापस अपने गांव जाना है। मैं सम्मान लौटाकर इलाज भी बंद कर दूंगा। नक्सली मुझ पर गलत आरोप लगा रहे हैं। जिले के छोटेडोंगर वैद्य हेमचंद मांझी रहते हैं। वे पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से उपचार करते हैं। उनके उपचार से हज़ारों लोगों को फायदा हुआ है। बीते 22 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था। उन्हें कैंसर समेत अनेक गंभीर बीमारियों का देसी जड़ी बूटियों से उपचार करने में शोहरत हासिल है। नक्सलियों ने 26-27 मई की दरमियानी रात कई पर्चे फेंके और हेमचंद मांझी पर आरोप लगाया कि वे 11 करोड़ रुपए लेकर उद्योगों की मदद कर रहे हैं और स्थानीय पहाड़ जंगल को काटने में सहयोगी की भूमिका निभा रहे हैं। नक्सलियों के पर्चे में पैसे लेने के आरोप से वैद्य हेमचंद मांझी बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा कि मुझे जनअदालत में बुला लेते, पर ऐसा आरोप क्यों लगाया। मेरी बात भी सुन लेते। मैंने अपने पूरे जीवन में जनसेवा ही की है। मैं इलाज करना बंद कर रहा हूं। कइयों का मुफ्त इलाज करता था पर अब नहीं। अब कोई इलाज नहीं हो पाएगा। मुझे अपने गांव वापस जाना है।
नक्सलियों से धमकी मिलने और उसके बाद पद्मश्री से सम्मानित हेमचंद मांझी की नाराजग़ी की खबरों के बीच राज्य शासन द्वारा प्रोटेक्शन रिव्यू गुप की बैठक में हेमचंद माझी को सुरक्षा श्रेणी प्रदान किए जाने की अनुशंसा करते हुए आदेश भी जारी कर दिया। वाई श्रेणी सुरक्षा में व्यक्ति को दो पीएसओ प्रदान किए जाते हैं। जो पिस्टल से लैस होते हैं। यह सुरक्षा कवर हमेशा व्यक्ति के साथ मौजूद होता है।