बारिश के बीच यमुना ने सफेदी की चादर ओढ़ ली है। दूर-दूर फैली झाग की मोटी चादर दिल्ली-एनसीआर के लोगों को हैरान कर रही है। शुक्रवार को ओखला बैराज के बाद नदी का पानी भी दिखना मुश्किल है। अमूमन सर्दियों में बनने वाली झाग ने इस बार पहले ही यमुना को ढंक लिया है। साल भर प्रदूषित रहने वाली यमुना में झाग अमूमन सर्दी बढ़ने के साथ बनता है। लेकिन इस बार बारिश की मौसम में ही यह तस्वीर दिख रही है। इसका सीधा मतलब यह है कि प्रदूषण के भार तले यमुना दबी है। जब ओखला बैराज से तेजी से पानी नीचे गिरता है, तो उससे झाग बनती है। यूरोपीय देशों के अध्ययन बताते हैं कि इसकी एक वजह नदी में अचानक से दूषित पानी में शैवालों का बढ़ जाना भी हो सकता है। यमुना में टॉक्सिक लेवल की बढ़ोत्तरी, पानी में झाग के बीच नहाते दिखे मवेशी।
#Delhi : यमुना में टॉक्सिक लेवल की बढ़ोत्तरी, पानी में झाग के बीच नहाते दिखे मवेशी। देखिए आजतक संवाददाता सुशांत मेहरा की ग्राउंड रिपोर्ट। #YamunaRiver #ToxicWater #Pollution #ReporterDiary
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