उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद सोमवार को कानपुर में समीक्षा बैठक ले रहे थे। इस दौरान विधायक सुरेंद्र मैथानी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के बीच काम को लेकर बहस हो गई। इसके बाद मंत्री जितिन प्रसाद सड़कों की हकीकत जानने के लिए खुद ही निकल पड़े। भाटिया तिहारे से पनकी मंदिर तक बनी नई रोड को जब उन्होंने उंगली से खुरचा तो मिट्टी निकल आई। बताया गया कि इस रोड को बनने में 34 करोड़ की लागत आई है।
PWD मंत्री जितिन प्रसाद ने कानपुर में अपनी उंगली से ही खोद दी 34 करोड़ की लागत से बनी सड़क
◆ इस दौरान वहां विधायक सुरेंद्र मैथानी भी मौजूद रहें @JitinPrasada pic.twitter.com/VQjQeWLj7D
— News24 (@news24tvchannel) November 1, 2022
बैठक में हुई बहस के बाद मौके पर पहुंचे मंत्री जितिन प्रसाद
दरअसल, समीक्षा बैठक में विधायक सुरेंद्र मैथानी ने शिकायत करते हुए कहा कि भाटिया तिराहे से पनकी मंदिर तक बनी सीसी रोड सालभर के अंदर ही उखड़ गई। इस पर पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता परवेज अहमद खान की मजूदगी में अधिशासी अभियंता आरके त्रिपाठी ने कहा कि सड़क 2016 में बनाई गई थी। विधायक ने अफसरों पर झूठ बोलने और गुमराह करने का आरोप लगाया और मंत्री से मौके पर चलकर जायजा लेने का आग्रह किया। जितिन प्रसाद ने बैठक में मौजूद अफसरों को निर्देश दिया कि सारे दस्तावेज लेकर मौके पर पहुंचें।
उंगली से खुरचते ही रोड से निकल आई मिट्टी
जितिन प्रसाद विधायक के साथ भाटिया तिराहा पहुंचे और पनकी मंदिर रोड का निरीक्षण किया। इस दौरान कई जगह रुक-रुक रोड को देखा। इस बीच खुद ही उन्होंने अपनी उंगली से रोड खुरची तो मिट्टी निकल आई। हकीकत सामने आते ही वह भड़क गए और फौरन जांच कराई जाए। मंत्री ने कहा कि जांच रिपोर्ट की प्रति उन्हें और विधायक को दी जाए। सीमेंटेड रोड आखिर कैसे उखड़ गई, इसकी पूरी रिपोर्ट दी जाए। यही नहीं, रोड का निर्माण करने से लेकर गुणवत्ता का सत्यापन करने में जितने भी अफसरों की भूमिका हो, उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाए। सभी से जवाब-तलब किया जाए।