न ट्रेन न बस… भारी भीड़ के बीच बिहारी जुगाड़, नाव से प्रयागराज के लिए निकले युवक….

राष्ट्रीय

बिहार के सात युवा लड़कों ने महाकुंभ जाने के लिए ऐसी निंजा टेक्नीक का इस्तेमाल किया जिसके बाद अब उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है इन सात लड़कों ने एक नाव से 84 घंटे में 550 किलोमीटर की यात्रा पूरी की और बिना किसी ट्रैफिक जाम में फंसे सीधे गंगा के रास्ते प्रयागराज पहुंच गए और वहां से डुबकी लगाकर सुरक्षित अपने घर भी पहुंच गए हैं. इनमें से एक ने कहा, ‘हमने कुंभ यात्रा के बारे में सोचा लेकिन सड़क जाम था, ट्रेन में सीट नहीं थी तो हमारे दिमाग में नाव से यात्रा करने का विचार आया. नावा से यात्रा करने का फैसला करने वाले मुन्नू ने बताया कि पहले उन लोगों ने एक नाव की व्यवस्था की और उसमें दो-दो मोटर लगवाए ताकि अगर एक मोटर खराब हो जाए तो दूसरे मोटर के सहारे वो अपनी यात्रा को जारी रख सकें.

भरौली के रहने वाले मुन्नू ने बताया कि हम लोग राशन, पीने का पानी, पैसा और पेट्रोल (ईंधन) लेकर सात दोस्त बक्सर से निकल पड़े. मुन्नू ने कहा गंगा नदी में लगातार नाव चलने के बाद मोटर गर्म हो जाती थी जिसके बाद उसे बंद करना पड़ता था. इसके बाद बारी-बारी से सभी दोस्त 5 से 6 किलोमीटर नाव को खुद चलाते थे ताकि मोटर को ठंडा होने का समय दिया जा सके. रात में वो लोग बारी-बारी से सोते थे और एक व्यक्ति नाव को दिशा दे रहा होता था. नाव से यात्रा कर कुंभ पहुंचने वाले इन लोगों ने बताया कि ये लोग 11 तारीख को घर से निकलने के बाद 13 फरवरी को तड़के संगम पर पहुंच गए और डुबकी लगाने के बाद 16 तारीख की रात 10 बजे ये लोग बक्सर सुरक्षित वापस पहुंच गए.

इस टीम में यात्रा कर रहे एक ने बताया कि इस पूरे यात्रा में करीब 20000 का खर्च आया जिसमें पेट्रोल के अलावा राशन और खाने का खर्च भी शामिल है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह यात्रा केवल प्रोफेशनल लोग ही कर सकते हैं आम जनता के लिए यात्रा कठिनाई भरा और खतरनाक हो सकता है. अब इन सात लोगों की नाव से प्रयागराज की यात्रा सोशल मीडिया के साथ ही पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.