नर्मदा नदी की बाढ़ में फंसे चारों युवकों को करीब 14 घंटे बाद सोमवार सुबह रेस्क्यू कर लिया गया। ये रविवार दोपहर नदी में मछली पकड़ने के लिए उतरे थे। वे अलग-अलग जगह नदी के बीच चट्टानों पर जाकर बैठे थे। शाम 4 बजे पानी बढ़ा तो नदी के बीच फंस गए।
रात में युवकों को बचाते समय SDRF की नाव पलट गई। सभी जवान तैरकर पार आए। इसके बाद अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करना पड़ा। युवकों को ड्रोन की मदद से खाने-पीने का सामान पहुंचाया गया। SDRF, सेना, पुलिस और होमगार्ड की टीम रात भर नजर रखे रही। सोमवार सुबह 5.30 बजे भोपाल से NDRF की टीम पहुंची। सभी ने मिलकर दोबारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। एक छोर से दूसरे छोर तक रस्सी बांधी गई। इसके सहारे सभी युवकों को सुबह 6.15 बजे तक नदी से बाहर निकाल लिया गया।
मामला भेड़ाघाट थाना इलाके के गोपालपुर गांव का है। टापू में फंसे युवक गढ़ा पुरवा के रहने वाले हैं। इनके नाम मनीष केवट, संतोष केवट, अमित और शिवम हैं। पूछताछ में चारों युवकों ने बताया कि वे मछली पकड़ रहे थे। इतने में अचानक पानी बढ़ गया और वे फंस गए। सूचना मिलते ही कमिश्नर के निर्देश पर जबलपुर कलेक्टर और SP मौके पर पहुंचे। इसके बाद रेस्क्यू शुरू किया गया।
बहाव इतना तेज था कि बोट पलट कर बह गई
भेड़ाघाट थाना प्रभारी शफीक खान ने बताया कि रात में भी नदी का जलस्तर काफी ज्यादा था। बहाव तेज होने के कारण रेस्क्यू टीम की बोट पलट गई। सुबह तक पानी थोड़ा कम हुआ। इसके बाद सभी युवकों को बचा लिया गया। भोपाल से पहुंची NDRF टीम को इंस्पेक्टर सुनील कुमार और सत्यजीत सिंह ने लीड किया। टीम में कुल 24 सदस्य थे। चारों युवकों की हालत ठीक है। रेस्क्यू के बाद NDRF की टीम ने सभी की ब्लड प्रेशर और दूसरी मेडिकल जांचें कीं।