गरियाबंद जिले से महज 8 किलोमीटर दूर ओडिशा के नबरंगपुर जिले में एक यूट्यूबर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो दिन पहले हुई इस हत्या की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। युवक हिंदू मरकाम (33 वर्ष) ने नक्सलियों के खिलाफ 19 वीडियो अपलोड किए थे। इस वजह से वो नक्सलियों के निशाने पर था। इस हत्या के पीछे नक्सलियों का हाथ ही बताया जा रहा है।
हिंदू मरकाम गरियाबंद के शोभा थाना क्षेत्र के भुतबेड़ा गांव में पिछले 10 सालों से अपने मामा के घर रह रहा था। हालांकि एक-दो महीने पहले वो अपने गृह ग्राम नबरंगपुर जिले के कुमली गांव चला गया था। 15 सितंबर को वो कुमली से भुतबेड़ा गांव आने के लिए निकला था। लेकिन दोपहर 12 बजे के आसपास सुनसान इलाके में उसका रास्ता रोककर कुछ लोगों ने नजदीक से उसकी कनपटी पर गोली मार दी।
लोग उसे मृत समझकर उसका वीडियो बना रहे थे, लेकिन उसके करवट बदलने पर पता चला कि वो जिंदा है। तुरंत रायघर पुलिस को खबर की गई। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डेढ़ घंटे के इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया। रायघर पुलिस ने मीडिया में बयान जारी करके कहा है कि हत्या नक्सलियों ने की है। वहीं SDOP मैनपुर अनुज गुप्ता ने भी ओडिशा पुलिस के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इस बात की पुष्टि की है।
युवक चारपहिया वाहनों को किराए पर देता था, साथ ही वीडियो शूटिंग का काम भी करता था। अपने बेबाक बयानों के लिए वो जाना जाता था। उसने 2020 में भुतबेड़ा ग्राम पंचायत के सरपंच का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उसमें उसे हार मिली थी।
2 महीने पहले युवक का घर जला दिया गया था, जिसके बाद उसने साहस दिखाते हुए नक्सलियों के खिलाफ लगातार 19 वीडियो अपलोड किए थे। वो अपने वीडियो में नक्सलियों को गलत बताता था, उनके करतूतों की पोल खोलता था। युवक हिंदू मरकाम ने कुछ ग्राम पंचायत के सरपंचों को नक्सलियों से मिला हुआ बताया था। वीडियो में उसने नक्सली को जान से मारने के लिए ढूंढने की बात भी बताई थी। वो यह भी कहता था कि उसे अपनी मौत का डर नहीं है, बल्कि वो खुद नक्सलियों के ठिकाने ढूंढ़ रहा है, ताकि इनका पता पुलिस को दे सके।