मां को कुल्हाड़ी से काट डाला, पुलिस के आने तक शव के पास बैठकर गाता रहा गाना

छत्तीसगढ़ : जशपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कुनकुरी थाना क्षेत्र के एक गांव में बेटे ने अपनी ही मां की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या कर दी। घटना ने पूरे क्षेत्र को सन्न कर दिया है। मृतका की पहचान गुला बाई के रूप में हुई है, जबकि आरोपी बेटा जीत राम यादव बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। हत्या के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, वारदात रविवार देर शाम की है। कुनकुरी थाना क्षेत्र में रहने वाली गुला बाई अपने घर में रोज की तरह कामकाज में जुटी हुई थी। अचानक उसका बेटा जीत राम यादव वहां पहुंचा और उसने मां पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिया। हमले में गुला बाई गंभीर रूप से घायल हो गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस घटना को और भी चौंकाने वाला इसलिए माना जा रहा है क्योंकि मां की हत्या करने के बाद आरोपी जीत राम घटनास्थल पर ही बैठकर गाना गाने लगा। ग्रामीणों ने बताया कि उसकी हरकतें देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उसे अपनी करतूत का कोई पछतावा ही नहीं है। आरोपी का यह अजीब व्यवहार देख ग्रामीणों को शक हुआ कि कहीं उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। जब तक पुलिस पहुंची, आरोपी वहीं बैठा हुआ गुनगुना रहा था। पुलिस ने काफी मशक्कत कर उसे काबू में लिया और हिरासत में ले लिया। कुनकुरी थाना प्रभारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया आरोपी की मानसिक स्थिति सामान्य नहीं लग रही है। हालांकि हत्या की वजह क्या रही, यह अभी साफ नहीं हो पाया है। पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है। परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ की जा रही है कि कहीं परिवार में कोई विवाद तो नहीं चल रहा था या आरोपी लंबे समय से किसी मानसिक बीमारी से पीड़ित था।
मृतका गुला बाई का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। ग्रामीणों का कहना है कि गुला बाई बेहद शांत और मेहनती महिला थी। उसका बेटा ही उसकी मौत का कारण बनेगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। लोगों ने आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग की है। हालांकि कई ग्रामीणों का यह भी कहना है कि आरोपी लंबे समय से मानसिक रूप से अस्थिर था और उसका इलाज नहीं कराया गया।