मंडला : मशीन की तकनीकी खराबी और लाईसेंस रिन्यू नहीं होने के कारण सोनोग्राफी की जांच नहीं

मंडला : जिला चिकित्सालय मंडला में बीमार, पीडि़त अपना इलाज कराने आते है, लेकिन यहां मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में सोनोग्राफी मशीन ही खुद बीमार पड़ी है। पिछली एक पखवाड़े से मशीन में तकनीकी खराबी और लाईसेंस रिन्यू नहीं होने के कारण यहां आने वाली गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी जांच नहीं हो पा रही है। जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं बनती कम बिगड़ती ज्यादा हैं। 300 बिस्तरीय अस्पताल में सुविधाएं होने के बावजूद मरीजों को परेशान होना पड़ता है। अस्पताल प्रबंधन लापरवाह है, जिसका खामियाजा यहां आने वाले मरीजों को उठाना पड़ रहा है। अब तो जिला अस्पताल की सोनोग्राफी मशीन भी खराब होने के साथ इसका लाईसेंस भी रिन्यू नहीं हुआ है।

जानकारी अनुसार जिला अस्पताल में संसाधन होने के बाद भी यहां आने वाले मरीज और गर्भवती महिलाओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। अस्पताल में सोनोग्राफी नहीं हो रही है। विगत कुछ दिनों से मशीन खराब है और इसका लाईसेंस भी रिन्यू नहीं हुआ है। बता दे कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत अस्पताल प्रबंधन द्वारा सोनोग्राफी का लाईसेंस लिया जाता है, लेकिन पिछले एक पखवाड़े से मशीन लाईसेंस रिन्यु नहीं होने के कारण बंद है। साथ ही मशीन काफी पुरानी हो चुकी है, जिसके कारण मशीन में तकनीकी खराबी भी आ गई है।

जिले की करीब 11 लाख की आबादी जांच व उपचार के लिए 300 बिस्तरीय जिला चिकित्सालय आती है। यहां हद दर्जे की लापरवाही बरती जा रही है। जिला चिकित्सालय में मंडला के अलावा यहां डिंडौरी, बालाघाट और सिवनी जिले के भी मरीज आते है। लेकिन यहां आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा और जांच के लिए परेशानी उठानी पड़ती है। यहां अस्पताल प्रबंधन यहां की व्यवस्थाओं के लिए गंभीर नजर नही आता है। यहां सोनोग्राफी का लाईसेंस एक्सपायर होने के पहले रिन्यू नहीं किया गया। जिसके कारण आने वाली गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी नहीं हो पा रही है।

जिला अस्पताल में एक सोनोग्राफी मशीन मेटरनिटी वार्ड में भी उपलब्ध है, लेकिन यहां अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिलाओं की जांच इमरजेंसी में की जा रही है। यहां पदस्थ स्त्रीरोग विशेषज्ञ द्वारा जांच के लिए ट्रेनिंग भी ली गई है। आकस्मिक स्थिति में चिकित्सक गर्भवती महिला के बच्चे की धड़कन और अन्य जांच की जाती है। यहां स्थित सोनोग्राफी से इमरजेंसी में इसकी सेवाएं मिल जाती है। जिससे भर्ती गर्भवती महिलाओं को उपचार मिलता है। लेकिन यहां भर्ती महिलाओं के अलावा अन्य आने वाली गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी जांच नहीं हो पाती है।

जिला चिकित्सालय के सोनोग्राफी कक्ष में लगी मशीन काफी पुरानी हो गई है। जिसके कारण इस मशीन में कभी भी तकनीकी खराबी आ जाती है। जिसके कारण सोनोग्राफी मशीन यहां आए दिन बंद रहती है। यहां एक ही रेडियोलॉस्टि है। अवकाश में रहती है तो इस स्थिति में सोनोग्राफी यहां नहीं हो पाती है। फिलहाल जिला चिकित्सालय की सोनोग्राफी मशीन खराब होने के साथ इसका लाईसेंस भी रिन्यू नहीं हुआ है। अब जिला चिकित्सालय में पुरानी मशीन के स्थान पर नई सोनोग्राफी मशीन लगाई जाए। जिससे आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।

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