दुर्ग के स्कूल में तंत्र-मंत्र कर कोयल की बलि दी.. प्रिंसिपल-ऑफिस के सामने तांत्रिक रंगोली, नींबू-सिंदूर मिला
छत्तीसगढ़ : दुर्ग जिले के सरकारी स्कूल में तंत्र-मंत्र करने के बाद कोयल की बलि दी गई। सुबह स्कूल खुलते ही प्रबंधन और बच्चे खून से सना पक्षी, नींबू और सिंदूर देख दहशत में आ गए। प्रिंसिपल ऑफिस के ठीक सामने तंत्र क्रिया की गई थी। बोरसी स्थित पीएमश्री स्कूल परिसर के भीतर प्राचार्य रूम के ठीक सामने बरामदे में अज्ञात व्यक्ति के द्वारा काला जादू के जैसा आकृति और पूजा संस्कार किया है। इसमें रंगोली से कलाकृति बनाई गई, उसके भीतर तंत्र मंत्र के लिए विभिन्न वस्तुओं को रखा गया। जिसमें कटा हुआ नींबू और एक मृत पक्षी जिसे कोयल बताया जा रहा है। देर रात को इस घटना को अंजाम दिया जाना प्रतीत होता है, लेकिन किस वजह से ऐसा किया गया ये समझ से परे है। घटना की जानकारी सुबह स्कूल खुलने के बाद पहुंचे शिक्षकों से हुई। इस घटना से सभी दहशत में हैं। तो वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के पहुंचने से पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन बिना किसी जांच के उस कलाकृति और वस्तुओं को हटाकर पानी से धुलाई करा दिया गया।
अंधविश्वास की बात करने वाले, साइंस की पढ़ाई करने वाले शिक्षकों में भी भय के कारण सफाई के बाद बैगा रूपी व्यक्ति से पूजा पाठ टोटका कराया गया। बकायदा अगरबत्ती,कपूर और सिंदूर से रास्ते को बाधा मुक्त किए जाने का कार्य करवाया गया।जिसके एवज में उक्त बैगा रूपी व्यक्ति ने शिक्षकों से मेहनताना भी लिया, हालांकि ऐसा डर स्वाभाविक था क्योंकि जिस विधि से क्रिया की गई थी। मृत पक्षी पड़ा दिखा तो सभी डर गए। यहां तक कि स्कूली बच्चों के परिजन भी पहुंच गए। इस पूरे मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों का मानना है कि ऐसा किसी शरारती तत्वों के द्वारा किया गया है।
वहीं स्कूल में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं है, बाउंड्रीवाल छोटी है तो वहीं सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगाए गए हैं, ऐसे में लगातार असामाजिक तत्वों का जमावड़ा स्कूल परिसर में रहता है। इस पूरे मामले की जानकारी शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव को भी हुई, जिसके बाद उन्होंने उचित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी स्कूलों को उन्नयन पर जोर देने की बात कही है,
हालांकि इस घटना से पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आई। दोनों ही पाली की सभी कक्षाएं बाकी दिनों जैसे संचालित होते रही। प्रेयर, लंच और छुट्टी के वक्त ही बच्चों में इस घटना को देखने की होड लगी हुई थी। स्थानीय लोगों ने इस घटना की पूरी जांच कराए जाने की मांग की है ।
