सीकर : 3 करोड़ की कीमत वाला मुर्रा भैंसा ‘सिंघम’ बना बेरी पशु मेले का आकर्षण

राजस्थान : सीकर जिले के बेरी गांव में राज्य स्तरीय पशु मेले का आयोजन हो रहा है. इस मेले में ऊंट, भैंस, घोड़े सहित कई जानवर आए हुए हैं. लेकिन इन सबमें मेले का मुख्य आकर्षण है सिंघम नाम का भैंसा. इसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपए से भी अधिक बताई जा रही है, हालांकि इसके मालिक इसे बेचना नहीं चाहते. यह भैंसा अन्य भैंसों की तुलना में कहीं अधिक चमकदार और भारी-भरकम है. इसे इधर-उधर ले जाने के लिए भी पाँच लोग पकड़कर साथ चलते हैं. सिंघम भैंसे का सुडौल शरीर देखकर हर कोई हैरान रह जाता है.
सिंघम भैंसे के मालिक मुकेश दूधवाल ने बताया कि वे सीकर जिले के भादवासी गांव से आए हैं. सिंघम मुर्रा नस्ल का भैंसा है. एक व्यापारी ने इसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपए लगाई है. उन्होंने बताया कि इसकी उम्र 34 महीने है. सिंघम की पहचान नस्ल सुधार और सीमन उत्पादन के लिए की जाती है. डॉ. दूधवाल ने बताया कि सिंघम से निकाले गए सीमन की मांग पूरे देश में है. एक डोज सीमन की कीमत 2400 रुपए तक होती है. एक बार में भैंसे से 10 से 14 मिलीलीटर सीमन निकाला जाता है, जिसे डायल्यूट करके 700 से 900 डोज तैयार किए जाते हैं. यही कारण है कि सिंघम से हर साल एक करोड़ रुपए से ज्यादा का सीमन बेचा जाता है.
सिंघम भैंसे के मालिक मुकेश दूधवाल खुद पशु चिकित्सक हैं और इसकी खास देखभाल करते हैं. उन्होंने बताया कि सिंघम को विशेष डाइट दी जाती है, जिसमें ग्वार और बिनोला फीड शामिल हैं. इसकी मां एक बार में 24 लीटर दूध देती है, जो मुर्रा नस्ल की खासियत है. इसी कारण सिंघम का जेनेटिक महत्व और भी बढ़ जाता है दूधवाल ने बताया कि मुर्रा नस्ल के भैंसों की कीमत उनकी गुणवत्ता और जेनेटिक्स पर निर्भर करती है, जो 50 हजार से लेकर 20 करोड़ रुपए तक हो सकती है. सिंघम को देखकर मेले में आए कई पशुपालक और व्यापारी बहुत प्रभावित हुए. एक व्यापारी ने इसकी कीमत 3 करोड़ रुपए लगाने की पेशकश भी की, लेकिन डॉ. दूधवाल ने इसे बेचने से इंकार कर दिया.