मुंबई: हिंदी में लिखा विज्ञापन.. नहीं हुआ बर्दाश्त, MNS कार्यकर्ताओं ने पोत दी कालिख

महाराष्ट्र में एक बार फिर से भाषा का विवाद छिड़ गया है मुंबई में MNS यानी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना कार्यकर्ताओं की तरफ से विरोध जताया गया. ये विरोध मेट्रो स्टेशन पर सिर्फ हिंदी में विज्ञापन को लेकर जताया गया. अंधेरी मेट्रो स्टेशन पर MNS कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और मेट्रो स्टेशन के नाम पर कालिख पोत दी. ये भाषाई विवाद पिछले कुछ समय से किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में रहा है. अब मेट्रो स्टेशन में लिखी हुईं हिंदी को लेकर विरोध किया जा रहा है. जुलाई के महीने में मुंबई के मीरा रोड में एक 48 साल के मिठाई दुकानदार पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) से जुड़े लोगों ने मराठी न बोलने के कारण उसपर हमला कर दिया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई थी और उनमें से तीन को नोटिस जारी किया गया था.
मुंबई के अंधेरी मेट्रो स्टेशन पर सिर्फ हिंदी विज्ञापन लगाए जाने से नाराज महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने बिलबोर्ड पर कालिख पोत दी।
संदीप देशपांडे ने कहा, महाराष्ट्र में हिंदी बोर्ड नहीं चलेंगे, मेट्रो पर सिर्फ मराठी विज्ञापन ही लगेंगे#MNS #Mumbai #maharashtra pic.twitter.com/5KtjmJd14d— Avinash Pandey (@Pandey4Avinash) September 29, 2025
मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कई कार्यकर्ताओं इस लिए भी हिरासत में लिया था क्योंकि सैकड़ों लोग मराठी ‘अस्मिता’ (गौरव) की रक्षा के लिए एक विरोध मार्च में भाग लेने के लिए जुटे थे. एमएनएस कार्यकर्ताओं ने ये विरोध मार्च उस समय निकाला था जब उनकी तरफ से एक दुकानदार पर हमला किया गया था. दुकानदार ने मराठी भाषा बोलने से इंकार कर दिया था. इसके अलावा प्राइमरी स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य करने वाले एक आदेश को लेकर भी विरोध जताया गया.