MP : 400 सरकारी भवन, खर्च हुए 800 करोड़, खंडहरों में हुए तब्दील.. उद्घाटन के लिए नेताओं का इंतजार
मध्य प्रदेश को ऐसे ही ‘अजब-गजब प्रदेश’ नहीं कहा जाता. यहां जनता के पैसे से बने सैकड़ों भवन अब खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. प्रदेश के 55 जिलों में लगभग 450 सरकारी भवन बने, जिन पर करीब ₹800 करोड़ खर्च किए गए, लेकिन इनके लोकार्पण या हैंडओवर न होने के कारण ये उपयोग में नहीं आ सके और धीरे-धीरे जर्जर हो गए. भोपाल से लेकर विदिशा तक कई जिलों में सरकारी भवनों की हालत खराब होती जा रही है.
भोपाल में बने भव्य स्टेडियम को बने छह महीने से अधिक समय हो गया है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी नाम के इस स्टेडियम की कीमत करीब 11 करोड़ रुपए है, लेकिन फिलहाल उद्घाटन के इंतजार में ही स्टेडियम की स्थिति खराब होती जा रही है. रायसेन जिले के सुल्तानगंज में 80 लाख की लागत से बना विश्राम गृह 6 साल से बंद है. ठेकेदार राजकुमार राय ने 2019-20 में निर्माण पूरा कर हैंडओवर किया. पीडब्ल्यूडी एसडीओ राजाराम अहिरवार ने स्टाफ न होने की वजह बताई. पूर्व कैबिनेट मंत्री रामपाल सिंह राजपूत ने भवन शुरू कराने की बात कही है. नरसिंहपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब 6.50 करोड़ रुपए की लागत से आम जनता के लिए आयुष अस्पताल की बिल्डिंग बनवाई गई. साढ़े चार साल हो गए, अब तक हैंडओवर नहीं हुई. पता चला है कि बीते साल पंचायत मंत्री प्रह्लाद पटेल ने इसका उद्घाटन भी कर दिया, लेकिन अब डॉक्टरों की कमी बताकर इसे शुरू नहीं किया जा रहा है. दो महीने पहले इस अस्पताल में दवाएं आई हैं, लेकिन स्टॉफ अभी भी नियुक्त नहीं हुआ है.
विदिशा के शासकीय महाविद्यालय लटेरी का 2015 में बना 74 बेड वाला छात्रावास चालू नहीं हुआ. 10 साल में कोई छात्र रुका नहीं, भवन खंडहर हो गया. कॉलेज ने किराए के नाम पर 2.8 करोड़ बांटे. कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी को मरम्मत का आकलन कराने, सरकार से धन स्वीकृति दिलाने का आदेश दिया. वहीं इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का कहना है कि ये सीधा-सीधा भ्रष्टाचार का मामला है. सरकार ने भवन बना दिए, लेकिन उद्घाटन नहीं हो रहा. कोई सुनने और देखने वाला नहीं है. साथ ही कांग्रेस नेता अब्बास हफीज ने कहा कि आखिर क्या कारण है कि भवन का उद्घाटन नहीं हो सका. इसकी जांच होनी चाहिए.
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का कहना है कि आखिर क्या कारण रहे हैं कि ये भवन बन गए और उद्घाटन नहीं हुआ. इसके चलते वहां काम भी शुरू नहीं हुआ. इसकी जांच हम करवाएंगे और जल्द ऐसे भवन शुरू करवाएंगे.
