ऑस्ट्रेलियाई संसद में बुर्का पहनकर पहुंची महिला सांसद, सदन में आने पर पाबंदी, हुई कार्रवाई

ऑस्ट्रेलिया की एक सांसद को मंगलवार को सदन में बुर्का पहनकर आने की वजह से इस साल के लिए संसद सत्र में हिस्सा लेने से रोक दिया गया है। ऑस्ट्रेलियाई सांसद पॉलीन हैनसन राष्ट्रीय स्तर पर बुर्का पर प्रतिबंध के लिए अभियान चला रही हैं। मुस्लिम विरोधी, आव्रजन विरोधी वन नेशन माइनर पार्टी की 71 वर्षीय नेता पॉलीन हैनसन पर सोमवार को अपमानजनक कृत्य करने का आरोप लगाया गया था। दरअसल, वह सिर से टखने तक का कपड़ा पहनकर सदन में गईं थीं। इस तरह से हैनसन अपने साथी सांसदों का विरोध जता रही थीं, जो उनके सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का और पूरे चेहरे को ढकने वाले अन्य कपड़ों पर प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक पर चर्चा से इनकार कर रहे थे।

सांसदों ने उन्हें सोमवार को बचे हुए दिन के लिए निलंबित कर दिया थावहीं, माफी न मांगने पर सांसदों ने मंगलवार को एक निंदा प्रस्ताव पारित किया। ये प्रस्ताव हाल के दशकों में किसी सीनेटर के खिलाफ सबसे कठोर दंडों में से एक था। उन्हें लगातार सात दिनों तक सीनेट की बैठक में भाग लेने से रोक दिया गया। सीनेट के इस साल के सत्र का आखिरी दिन 27 नवंबर को होगा। हालांकि, अगले वर्ष फरवरी में जब संसद फिर शुरू होगी, तब भी हैनसन का निलंबन जारी रहेगा। हैनसन ने बाद में मीडिया से कहा कि उनका फैसला सहयोगी सांसद नहीं, 2028 में होने वाले अगले चुनाव में मतदाता करेंगे। उन्होंने कहा, ‘वे बुर्के पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहते थे, फिर भी उन्होंने मुझे संसद में इसे पहनने का अधिकार नहीं दिया। संसद में कोई ड्रेस कोड नहीं है, फिर भी मुझे इसे पहनने की अनुमति नहीं है। इसलिए मेरे लिए यह पाखंड है।’ हैनसन ने 2017 में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन में बुर्का पहनकर हंगामा खड़ा कर दिया था। उस दौरान उन्हें सजा नहीं मिली थी। ऑस्ट्रेलियाई संसद में सरकार की नेता और मलेशियाई मूल की पेनी वोंग ने मंगलवार को निंदा प्रस्ताव पेश किया।

वोंग ने कहा कि बुर्का पहनकर हैनसन ने एक पूरे धर्म का मजाक उड़ाया और उसे बदनाम किया, जिसका पालन 28 मिलियन की आबादी में से लगभग 1 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई लोग करते हैं।

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