अहमदाबाद में बन रहा ‘सिंदूर वन’, पीएम मोदी बोले- ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित

अहमदाबाद: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया है। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना आतंकियों के कई ठिकानों को ध्वस्त किया। इसके अलावा पाकिस्तान के भी कई एयरबेस को ध्वस्त कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद अब इसकी तर्ज पर एक पार्क बनाए जाने की घोषणा की गई है। इस पार्क को सिंदूर वन नाम दिया जाएगा। ये पार्क गुजरात के कच्छ जिले में बनाया जाएगा। जिस जगह पर सिंदूर वन बनाया जाएगा, वहां पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद जनसभा को संबोधित किया था। ये पार्क कच्छ में पाकिस्तान की सीमा के पास बनाया जाएगा। इसके बारे में जानकारी देते हुए कच्छ क्षेत्र के मुख्य वन संरक्षक संदीप कुमार ने बताया कि आठ हेक्टेयर में बनने वाले इस पार्क को ‘सिंदूर वन’ कहा जाएगा। इस पार्क में भारतीय सशस्त्र बलों- सेना, नौसेना, वायु सेना के अलावा और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को समर्पित विभिन्न खंड होंगे। गुजरात का कच्छ जिला पाकिस्तान के साथ जमीनी और समुद्री दोनों सीमाएं साझा करता है। इस पार्क के लिए भुज शहर के पास मिर्जापुर गांव को चिन्हित किया गया है। इस जगह पर ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी ने 26 मई को जनसभा को संबोधित किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम के 123वें एपिसोड में पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों की सराहना की। उन्होंने उन व्यक्तियों और समुदायों के प्रयासों को उजागर किया जो पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने में योगदान दे रहे हैं। इस एपिसोड में पीएम मोदी ने अहमदाबाद में बन रहे सिंदूर वन के बारे में भी बताया। पीएम मोदी ने कहा कि इस महीने हम सबने ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाया। मुझे आपके हजारों संदेश मिले कई लोगों ने अपने आस-पास के उन साथियों के बारे में बताया जो अकेले ही पर्यावरण बचाने के लिए निकल पड़े थे और फिर उनके साथ पूरा समाज जुड़ गया। सबका यही योगदान, हमारी धरती के लिए बड़ी ताकत बन रहा है। पीएम मोदी ने पुणे के रमेश खरमाले के प्रयासों की सराहना की।
पीएम ने कहा कि उनके कार्यों को जानकर, आपको बहुत प्रेरणा मिलेगी। जब हफ्ते के अंत में लोग आराम करते हैं, तो रमेश जी और उनका परिवार कुदाल और फावड़ा लेकर निकल पड़ते हैं। जानते हैं कहां। जुन्नर की पहाड़ियों की ओर, धूप हो या ऊंची चढ़ाई, उनके कदम रुकते नहीं। वो झाड़ियां साफ करते हैं, पानी रोकने के लिए गड्ढा खोदते हैं और बीज बोते हैं । उन्होंने सिर्फ दो महीनों में 70 गड्ढा बना डाले। रमेश ने कई सारे छोटे तालाब बनाए हैं, सैकड़ों पेड़ लगाए हैं। वो एक ऑक्सीजन पार्क भी बनवा रहे हैं। नतीजा ये हुआ कि यहां अब पक्षी लौटने लगे हैं, वन्य जीवन को नई सांसें मिल रही हैं।
पीएम मोदी ने आगे अहमदाबाद के मिशन मिलियन ट्रीज के बारे में बताया। जिसका मकसद लाखों पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है। पीएम ने कहा कि पर्यावरण के लिए एक और सुंदर पहल देखने को मिली है, गुजरात के अहमदाबाद शहर में, यहां नगर निगम ने ‘मिशन मिलियन ट्रीज अभियान शुरू किया है। लक्ष्य है लाखों पेड़ लगाना। इस अभियान की एक खास बात है ‘सिंदूर वन’। यह वन ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को समर्पित है। सिंदूर के पौधे उन बहादुरों की याद में लगाए जा रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए सब कुछ समर्पित कर दिया। यहां एक और अभियान को नई गति दी जा रही है ‘एक पेड़ मां के नाम’ इस अभियान के तहत देश में करोड़ों पेड़ लगाए जा चुके हैं। पीएम ने अपील करते हुए कहा कि आप भी अपने आपके गांव या शहर में चल रहे ऐसे अभियान में जरूर हिस्सा लीजिए। पेड़ लगाइए, पानी बचाइए, धरती की सेवा कीजिए, क्योंकि जब हम प्रकृति को बचाते हैं, तो असल में हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित करते हैं।
कच्छ क्षेत्र के मुख्य वन संरक्षक ने आगे बताया, ‘‘यह उच्च घनत्व वाला सूक्ष्म वन या ‘वन कवच’ मिर्जापुर में आठ हेक्टेयर वन भूमि पर बनाया जाएगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को समर्पित इस पार्क में हम करीब 40 से 45 प्रजातियों के लगभग 80,000 पौधे लगाएंगे। हम इस पार्क में अपने सशस्त्र बलों की बहादुरी और साहस का समामेलन करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि उच्च घनत्व वाले वृक्षारोपण वाला यह पार्क पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी फैलाएगा।
भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन के तहत छह और सात मई की रात पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में सेना ने 9 आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव स्थिति बनी हुई थी। पाकिस्तान की ओर से कई ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए थे, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया था। फिलहाल भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी समझौते के बाद से युद्धविराम की स्थिति बनी हुई है।