बेंगलुरु भगदड़ : कर्नाटक सरकार ने RCB को जिम्मेदार बताया, परेड की इजाजत नहीं ली, फ्री पास से भीड़ बेकाबू हुई

बेंगलुरू में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की विक्ट्री डे परेड पर हुई भगदड़ को लेकर कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट गुरुवार को सामने आई। रिपोर्ट में हादसे का जिम्मेदार RCB को बताया गया है। इसमें कोहली का भी जिक्र है। कर्नाटक सरकार ने कहा है कि RCB ने चिन्नास्वामी में आयोजित विक्ट्री परेड के लिए सरकार से कोई अनुमति नहीं ली थी। भीड़ ज्यादा होने से भगदड़ मची। जिसमें 11 लोगों की जान गई और 50 घायल हुए। सरकार ने यह भी कहा कि आयोजन को अचानक रद्द करने से हिंसा भड़क सकती थी और शहर में कानून-व्यवस्था बिगड़ जाती। सरकार ने 15 जुलाई को हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपी थी। सरकार ने कोर्ट में कहा था कि वे रिपोर्ट को गोपनीय रखना चाहते हैं लेकिन कोर्ट ने कहा कि ऐसी गोपनीयता के लिए कोई कानूनी आधार नहीं है।

वहीं, कर्नाटक के मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने कहा, ‘जब भी कोई बड़ा आयोजन होता है, तो यह विभाग की जिम्मेदारी होती है और निश्चित रूप से चूक हुई है… युवा जानें गई हैं और हम इसे आसानी से नहीं ले सकते और हम कुछ कार्रवाई करेंगे..’

रिपोर्ट के मुताबिक, RCB ने 3 जून को टीम के 18 साल बाद IPL खिताब जीतने पर पुलिस को विक्ट्री परेड की सूचना दी, लेकिन यह सूचना अनुमति मांगने के बजाय केवल जानकारी थी। जबकि, कानून के तहत ऐसे आयोजनों के लिए कम से कम सात दिन पहले अनुमति लेना जरूरी है। RCB ने ऑफिशियल अनुमति के लिए आवेदन नहीं किया। पुलिस को भीड़ की संख्या, व्यवस्था, या संभावित समस्याओं की जानकारी नहीं दी गई, इसलिए अनुमति नहीं मिली। रिपोर्ट में कहा गया है कि RCB ने 4 जून को सुबह 7:01 बजे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर फ्री एंट्री की घोषणा की और लोगों को विधान सभा से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक की विक्ट्री परेड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। सुबह 8 बजे एक और पोस्ट की गई और 8:55 बजे विराट कोहली का एक वीडियो साझा किया गया, जिसमें उन्होंने बेंगलुरु के लोगों और RCB प्रशंसकों के साथ उत्सव की बात कही गई। दोपहर 3:14 बजे, RCB ने पहली बार फ्री पास की जानकारी दी, जो पहले स्पष्ट नहीं थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि RCB की इन पोस्ट्स को 44 लाख से ज्यादा बार देखा गया, जिसके कारण 3 लाख से अधिक लोग जमा हो गए। बेंगलुरु मेट्रो (BMRCL) के आंकड़ों के अनुसार, उस दिन 9.66 लाख लोगों ने मेट्रो का उपयोग किया, जो सामान्य दिनों के 6 लाख की तुलना में बहुत ज्यादा था। भीड़ न केवल स्टेडियम के आसपास, बल्कि HAL हवाई अड्डे से ताज वेस्ट एंड तक 14 किमी के रास्ते पर भी थी, जहां टीम उतरी थी।

दोपहर 3 बजे के आसपास, चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भीड़ अचानक बढ़ गई। स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है, लेकिन 3 लाख लोग जमा हो गए। RCB की देर से की गई पास वाली घोषणा ने भ्रम और गुस्सा पैदा किया। आयोजकों की ओर से गेट समय पर और व्यवस्थित तरीके से नहीं खोले गए, जिसके कारण भीड़ ने गेट नंबर 1, 2 और 21 तोड़ दिए। गेट नंबर 2, 2A, 6, 7, 15, 17, 18, 20 और 21 पर भगदड़ की स्थिति बनी। पुलिस ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की।

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