CG NEWS : जशपुर में भूकंप के झटके, सुबह हिली धरती, लोग घरों से बाहर निकले

छत्तीसगढ़ : जशपुर जिले में आज सुबह भूकंप के हल्के झटकों ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी। सुबह 7:31 बजे आए इन झटकों को जशपुर और आसपास के क्षेत्रों में स्पष्ट रूप से महसूस किया गया। करीब 4 से 5 सेकंड तक चले भूकंप के दौरान घरों में रखे बर्तन खनकने लगे, दरवाजे-खिड़कियां हिलने लगीं और कुछ स्थानों पर फर्नीचर में भी कंपन महसूस हुआ। डर के मारे लोग तुरंत अपने घरों से बाहर निकल आए और कई देर तक खुले मैदानों या सड़कों पर इकट्ठा रहे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.8 से 4.2 के बीच थी, और इसका केंद्र जशपुर जिले के पास सतह से लगभग 10 किलोमीटर की गहराई पर था। हल्की तीव्रता के कारण इस भूकंप से किसी तरह की जनहानि या संपत्ति के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। फिर भी, स्थानीय लोगों में सतर्कता बरकरार है, क्योंकि जशपुर जैसे क्षेत्रों में भूकंप का अनुभव अपेक्षाकृत दुर्लभ माना जाता है।जशपुर के कांसाबेल, बगीचा, और पत्थलगांव जैसे क्षेत्रों में भी झटके महसूस किए गए। कांसाबेल के एक निवासी रामकुमार साहू ने बताया, “सुबह-सुबह अचानक बिस्तर हिलने लगा और रसोई से बर्तनों की आवाज आई। हम डर गए और तुरंत घर से बाहर निकल आए।” इसी तरह, बगीचा की राधिका गुप्ता ने कहा, “पहले तो समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है, लेकिन जब खिड़कियां हिलने लगीं, तो हम बच्चों को लेकर बाहर भागे।”

भूकंप के झटकों के बाद जशपुर के कई इलाकों में लोग एहतियातन घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों पर जमा हो गए। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां पुराने मकान अधिक हैं, लोग लंबे समय तक घरों में वापस जाने से हिचक रहे थे। सोशल मीडिया पर भी स्थानीय लोगों ने अपने अनुभव साझा किए, जिसमें कुछ ने इसे “हल्का लेकिन डरावना” अनुभव बताया। कई स्कूलों और कार्यालयों ने सुबह के समय कर्मचारियों और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए त्वरित कदम उठाए।

जशपुर जिला प्रशासन ने अभी तक भूकंप को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, स्थानीय अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क कर दिया गया है, और प्रारंभिक सर्वेक्षण शुरू किया गया है ताकि किसी भी संभावित नुकसान का आकलन किया जा सके। जशपुर के कलेक्टर ने कहा, “हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। फिलहाल कोई नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन हम लोगों से सावधानी बरतने का अनुरोध करते हैं।”

छत्तीसगढ़ भूकंपीय जोन III में आता है, जो मध्यम जोखिम वाला क्षेत्र माना जाता है। हालांकि, राज्य में बड़े भूकंप दुर्लभ हैं, लेकिन हल्के झटके समय-समय पर महसूस किए जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जशपुर और सरगुजा जैसे उत्तरी क्षेत्रों में छोटे-मोटे भूकंपीय हलचलें सामान्य हैं, क्योंकि यह क्षेत्र भूगर्भीय प्लेटों के पास स्थित है। भूकंप विज्ञानी ने बताया, “इस तरह के हल्के झटके सामान्य हैं और आमतौर पर नुकसान नहीं पहुंचाते। फिर भी, लोगों को भूकंपरोधी निर्माण और आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक रहना चाहिए।”

 

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