कानपुर में रेल हादसा..जनसाधारण एक्सप्रेस की 2 बोगी पटरी से उतरी, झटका लगते ही चलती ट्रेन से यात्री कूदे

कानपुर : मुजफ्फरपुर से अहमदाबाद के साबरमती बीजी स्टेशन जा रही जनसाधारण एक्सप्रेस के सामान्य श्रेणी वाले दो कोच दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर पनकीधाम स्टेशन से आगे भाऊपुर के आउटर पर बेपटरी हो गए। दो ट्रेनें पास कराने के लिए ट्रैक बदल जनसाधारण एक्सप्रेस को लूप लाइन से स्टेशन पर रोकने के लिए ले जाते समय प्वाइंट व लाइन संख्या चार पर हादसा हुआ। उस समय रफ्तार 25 किलोमीटर प्रतिघंटा होने से बड़ा हादसा टल गया। हादसे के दौरान तेज झटके व धमाके के साथ कोच पटरी से उतरने पर यात्रियों में दहशत फैल गई। कोचों से यात्री ट्रैक किनारे कूदे, जिससे लगभग 15 को मामूली चोटें आईं, लेकिन कोई गंभीर घायल या हताहत नहीं हुआ। अप ट्रैक पर तीन घंटे से ट्रेनों का परिचालन ठप है। 12 ट्रेनों को दूसरे स्टेशनों पर रोकना पड़ा। रेलवे के उच्चाधिकारी व एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन मौके पर राहत व बचाव कार्य में जुटी है। साबरमती जनसाधारण एक्सप्रेस शुक्रवार को अपने निर्धारित समय अपराह्न 12:50 बजे के स्थान पर देर से 3:07 बजे सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या सात पर आई। 10 मिनट ठहराव के बाद निकली। पनकी धाम रेलवे स्टेशन से आगे भाऊपुर स्टेशन के आउटर यार्ड के पास लूप लाइन में ले जाते समय लगभग 4:15 बजे ट्रेन के इंजन से छठवां व सातवां कोच बेपटरी हो गया। घटना के समय टूंडला के लोको पायलट चमन अहमद व लोको निरीक्षक सुनील शर्मा ट्रेन के इंजन पर थे। इससे अप ट्रैक पूरी तरह ठप हो गया। ट्रेनें रोकनी पड़ीं। डाउन ट्रैक से ट्रेनों का परिचालन कराया गया। मेडिकल वैन को सेंट्रल स्टेशन से घटनास्थल के लिए भेजा गया, लेकिन किसी के हताहत नहीं होने की जानकारी पर पनकी में रोक दिया गया। 4:52 बजे एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन लेकर कानपुर सेंट्रल से लोको निरीक्षक ब्रजेश कुमार व संजय श्रीवास्तव आए। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र जोशी, मंडल रेल प्रबंधक रजनीश अग्रवाल, सेंट्रल स्टेशन के निदेशक आशुतोष सिंह मौके पर पहुंच गए।
पहियों के जाम होने की वजह से ट्रेन के पहियों में ग्रीस और तेल डालने के लिए रोका गया है।
लेकिन कुछ शरारती तत्व अफ़वाह फैला रहे हैं कि कानपुर के पास जनसाधारण एक्सप्रेस की कुछ बोगियां पटरी से उतर गई है । pic.twitter.com/Ebh9jxCsFQ
— छोटका खुरपेंच (@chhotakhurpench) August 1, 2025
हादसे के कारण लखनऊ जंक्शन स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस को उन्नाव जंक्शन से वापस करके लखनऊ-मुरादाबाद-गाजियाबाद के रास्ते दिल्ली भेजा गया। वहीं, बीकानेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस को भीमसेन, झांसी-आगरा कैंट-बांदीकुई व पनकी स्टेशन पहुंच चुकी नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस को कानपुर सेंट्रल-लखनऊ, मुरादाबाद-गाजियाबाद के रास्ते रवाना किया गया। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि मुजफ्फरपुर-साबरमती जनसाधारण एक्सप्रेस के भाऊपुर के पास दो कोच बेपटरी हुुए हैं। हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। राहत व बचाव का कार्य चल रहा है। रात 12 बजे तक अप ट्रैक सामान्य होने की उम्मीद है।
साबरमती जनसाधारण एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ समय पहले ही लोको निरीक्षकों ने लूप लाइन का निरीक्षण भी किया था। उसके थोड़ी देर बाद ही यह हादसा हो गया। ट्रेन में लिंके हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगे होने के कारण भी बड़ा हादसा होने से बच गया। एलएचबी कोच दुर्घटना की स्थिति में एक-दूसरे के ऊपर नहीं चढ़ते और टकराते भी नहीं हैं। स्टेनलेस स्टील से निर्मित कोच हल्के, मजबूत व सुरक्षित होते हैं।
कानपुर देहात के भाऊपुर स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के दो कोच पटरी से उतर गए। इसी के साथ दिल्ली- हावड़ा रेलवे ट्रैक बाधित हो गया। इससे लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली 12003 शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन उन्नाव जंक्शन पर चार घंटे पांच मिनट तक खड़ी रही। इसके बाद ट्रेन को 8:57 बजे बालामऊ-शाजहांपुर रूट से मुरादाबाद होते हुए दिल्ली के लिए रवाना किया गया। स्टेशन अधीक्षक यूके सिंह ने बताया कि केवल स्वर्ण शताब्दी को उन्नाव जंक्शन से डायवर्ट किया गया है। अन्य ट्रेनें निकाली जा रहीं है। करीब चार घंटे से अधिक समय तक ट्रेन को उन्नाव जंक्शन पर खड़ा रखने से उसपर सवार यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बीच अन्य ट्रेनें भी विलंब से अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई।